कानपुर : उत्तर प्रदेश के कानपुर में रविवार को जीका वायरस के 10 और मामले आने के बाद जिले में इस वायरस से संक्रमितों की कुल संख्या 89 हो गई है। वहीं कन्नौज में भी इस वायरस से संक्रमित पहले मरीज की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने बताया कि कानपुर में रविवार को लगातार दूसरे दिन भारतीय वायुसेना के तीन जवानों सहित 10 और लोगों के जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि नए मामलों के साथ ही यहां संक्रमित हुए व्यक्तियों की कुल संख्या 89 हो गई है। इससे पहले शनिवार को जीका वायरस से 13 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य टीमों ने बृहस्पतिवार, शुक्रवार और शनिवार को लगातार तीन दिनों में 525 व्यक्तियों के रक्त के नमूने एकत्र किए थे और उन्हें लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान की प्रयोगशाला परीक्षण के लिए भेजा गया था। शनिवार और रविवार को लगातार दो दिनों में जीका वायरस के कुल 23 मामलों की पुष्टि हुई।
कानपुर में 23 अक्टूबर को जीका वायरस का पहला मामला वायु सेना के एक अधिकारी में मिला था। जिलाधिकारी ने बताया कि कुल 89 संक्रमित लोगों में 55 पुरुष हैं और 34 महिलाएं हैं।इन संक्रमितों में से 12 भारतीय वायु सेना के कर्मी हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि जीका मच्छर के जरिये फैलने वाली बीमारी है, इसलिए मच्छरों से छुटकारा पाना ही सुरक्षित तरीका है। बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए, स्वास्थ्य दल लार्वा विरोधी छिड़काव और बुखार के रोगियों की पहचान करने, गंभीर रूप से बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं की जांच करने सहित स्वच्छता कार्यक्रम चला रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों को घर-घर जाकर नमूने लेने को भी कहा गया है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना स्टेशन के हैंगर की परिधि में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी जीका वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
कन्नौज से मिली खबर के अनुसार यहां भी एक व्यक्ति के जीका वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। अधिकारियों के मुताबिक मरीज की उम्र 45 साल है और वह कन्नौज सदर तहसील के एक गांव का रहने वाला है।स्वास्थ्य विभाग ने इस गांव को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया है। संक्रमित युवक के चार परिजनों के अलावा 19 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक संक्रमित व्यक्ति कानपुर के शिवराजपुर क्षेत्र के एक गांव मे रुकने के दौरान जीका वायरस की चपेट में आया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि कानपुर में जीका वायरस संक्रमित मरीज मिलने के बाद शासन के निर्देश पर गांव में तीन नवंबर को 32 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गये थे। जांच में एक व्यक्ति के संक्रमित होने की पुष्टि हुई।उन्होंने बताया कि मरीज दो हफ्ते पहले शिवराजपुर के एक गांव में गया था। वापस लौटने पर उसे जुकाम, बुखार व खांसी की शिकायत हुई। सीएमओ ने बताया कि संक्रमित मरीज अभी पूरी तरह से ठीक है।