प्रयागराज : केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने काशी तमिल संगमम के आयोजन को यादगार बनाने के लिए काशी और तमिलनाडु के बीच एक नई ट्रेन सेवा काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस की घोषणा की है। उन्होंने तमिलनाडु के उन प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की जिन्हें काशी तमिल संगमम देखने के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास योजना का भी निरीक्षण किया।
अश्विनी वैष्णव ने आठवें बैच के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। प्रतिनिधियों ने दौरे में अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उनकी अच्छी तरह से देखभाल की गई। उन्होंने रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी टीम के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मदद की। उन्होंने कहा कि जन-जन के बीच इस प्रकार का आदान-प्रदान एक-दूसरे की परंपराओं, ज्ञान और संस्कृति को एक साथ लाएगा, साझा विरासत की समझ का निर्माण करेगा और इन दोनों क्षेत्रों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करेगा।
वैष्णव ने काशी तमिल संगमम के आयोजन को यादगार बनाने के लिए काशी और तमिलनाडु के बीच एक नई ट्रेन सेवा काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जल्द ही सेवा शुरू हो जाएगी।
केंद्रीय रेल मंत्री ने वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास योजनाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने भविष्य में बढ़ते यातायात को ध्यान में रखते हुए स्टेशन के पुनर्विकास की योजना बनाने का सुझाव दिया।
वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते हुए, अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस स्टेशन का एक विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में पुनर्विकास रेलवे स्टेशन को हवाई अड्डे के टर्मिनल की तरह दिखने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि इस स्टेशन को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ रेलवे स्टेशनों में से एक बनाने के लिए इसके जीर्णोद्धार पर लगभग 7000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
वैष्णव ने कहा कि अगले 50 वर्षों के लिए योजना बनाकर पुनर्विकास कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वाराणसी शहर के स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ को कम करने के लिए क्षेत्र के सभी रेलवे स्टेशनों का एकीकृत विकास किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए जल्द ही स्लीपर वंदे भारत का निर्माण शुरू किया जाएगा।
काशी तमिल संगमम शिक्षा मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में आयोजित एक महीने का कार्यक्रम है। काशी में इस उत्सव को देखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता है। रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी ने आमंत्रित प्रतिनिधियों को काशी, प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा करायी और उनका आतिथ्य सत्कार किया।