Datia News : दतिया । दतिया के कुशवाह समाज ने मंगलवार को एक विशाल रैली निकाल कर भाजपा प्रत्याशी व गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा के प्रति समर्थन जताया। इस रैली में समाज के लोगों ने काफी संख्या में भाग लिया। जिसमें महिलाएं भी अधिक संख्या में सहभागी बनी।
कुशवाह समाज की यह रैली पूरे बाजार से होती हुई ठंडी सड़क टेंऊराम धर्मशाला पर संपन्न हुई। जहां एक सभा का आयोजन किया गया। इस सभा में समाज के वरिष्ठ नेता कालीचरण कुशवाह, रामलाल कुशवाह उर्फ कक्का, पार्षद मानसिंह कुशवाह सहित अन्य नेता उपस्थित रहे।
इस मौके पर भाजपा प्रत्याशी व गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने सभा को संबोधित करते हुए कहाकि दतिया की प्रगति में कुशवाह समाज का अहम योगदान है। कुशवाह समाज प्रगतिशील समाज है उसने हमेशा ही भाजपा का साथ दिया है। डा.नरोत्तम मिश्रा ने समाज के लोगों से कहाकि आपके सहयोग व आशीर्वाद से ही मैं 15 साल से दतिया की सेवा कर पा रहा हूं। मैंने भी कभी कुशवाह समाज के हितों पर आंच नहीं आने दी। समाज के किसी व्यक्ति पर जब भी संकट आया तो सबसे पहले उसने उन्हें अपने साथ खड़ा पाया होगा। रैली में इतनी बड़ी संख्या में एकत्रित होकर कुशवाह समाज ने बता दिया के उनका भाजपा के प्रति प्रेम अटूट है।
समाज के वक्ताओं ने भी डा.मिश्रा के विकास कार्यों की खुलकर प्रशंसा करते हुए कहाकि डा.मिश्रा ने कुशवाह समाज के साथ कभी अन्याय नहीं होने दिया। इसलिए आज पूरा समाज उनके साथ है। सभा में उपस्थित लोगों ने मुट्ठी बांधकर हाथ उठाकर डा.मिश्रा को समर्थन देने का संकल्प भी दोहराया।
गुरुदेव गुप्त सहित तीन नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस : दतिया में कांग्रेस से लगातार नेताओं का पलायन जारी है। एक के बाद एक कांग्रेस नेता भाजपा का दामन थामते जा रहे है। इसी कड़ी में मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कांग्रेस के प्रदेश सचिव रह चुके गुरुदेव शरण गुप्त भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ ही कांग्रेस नेत्री स्वर्गीय अमानाेबाई के पुत्र शेर सिंह कुशवाह व डा.सैय्यद माशूक अली ने भी भाजपा की सदस्यता ली।
गृहमंत्री डा.मिश्रा ने उक्त नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर उन्होंने तीनों कांग्रेस नेताओं का भाजपा आगमन पर स्वागत करते हुए कहाकि भाजपा पार्टी एक परिवार के रूप में कार्य करती है। वहीं कांग्रेस छोड़कर आए गुरुदेव शरण गुप्त ने कहाकि कांग्रेस की कोई रीति नीति नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के हाथों में देश, प्रदेश और दतिया जिले का कोई भविष्य नहीं देखते हुए उन्होंने भाजपा में वापिस आने का फैसला लिया।