Datia news : दतिया। नगर परिषद द्वारा इंदरगढ़ में बनवाए जा रहे तालाब के आसपास सुरक्षा के कोई इंतजाम न किए जाने के कारण वहां 12 जुलाई को आदिवासी वर्ग की तीन बच्चियां नहाने उतर गई।
जिनकी पानी में डूबने से मौत हो गई। इस मामले में एसडीएम ने जांच की तो सीएमओ को दोषी पाया गया। जिसके बाद कलेक्टर ने सीएमओ का प्रभार छीनकर उन्हें अटैच कर दिया।
इंदरगढ़ स्थित भुजरिया तालाब में शनिवार को डूबने से हुई तीन बच्चियों की मौत के मामले को कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने संज्ञान में लेते हुए एसडीएम सेवढ़ा अशोक अवस्थी को जांच करने के निर्देश दिए थे।एसडीएम ने अपना जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि नगर परिषद इंदरगढ़ अंतर्गत भुजरिया तालाब का निर्माण कराया जा रहा था। जिसमें निर्माण कार्य के दौरान आवश्यक सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए।
एसडीएम के मुताबिक वर्तमान में निर्माण कार्य चलते रहने के दौरान ही वर्षा के पानी का भराव भी कर दिया गया। तालाब के आसपास कोई भी रेलिंग या बैरिकेटिंग नहीं की गई। जिसके कारण निर्माणाधीन तालाब में 12 जुलाई को तीन छोटी बच्चियों की डूबकर मृत्यु हो गई।
वहीं वर्ष 2022 में प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी इंदरगढ़ महेंद्र सिंह यादव द्वारा नौ स्थाईकर्मियों (विनियमित कर्मचारियों) को बिना किसी चयन प्रक्रिया का पालन किए नियम विरुद्ध सफाई संरक्षक के पदों पर नियमित वेतनमान
15500-49000 में नियमित कर, उन्हें अभी तक नियमित कर्मचारियों के समान वेतन भत्तों का भुगतान किए जाने से अनियमित रूप से लाखों रुपये की राशि नियम विरुद्ध भुगतान कर निकाय को निरंतर आर्थिक क्षति पहुंचाने का भी आरोप लगा है।
इस सबको देखते हुए कलेक्टर वानखड़े ने प्रथम दृष्टया नगर परिषद इंदरगढ के प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी महेंद्र सिंह यादव को दोषी पाया। जिसके बाद महेंद्र सिंह यादव से मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद इंदरगढ़ का प्रभार लेकर एसडीएम अशोक अवस्थी को सौंपा गया है।
यादव को परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण कार्यालय में अटैच किया गया है। वहीं नियमितीकरण की प्रक्रिया में दोषी पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।