पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 25वें स्थापना दिवस पर पटना में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद ने अयोध्या के बाद मथुरा के मुद्दे को उठाने के प्रति देश को आगाह किया और भाजपा पर देश तोड़ने का आरोप लगाया।
झारखंड हाई कोर्ट से जमानत पर रिहा होने के बाद लालू दिल्ली में अपनी बेटी मीसा भारती के आवास में रह रहे हैं। वहीं से साढ़े तीन साल बाद किसी कार्यक्रम में आनलाइन भाग लिया है।

लंबी बीमारी के कारण राजद प्रमुख की आवाज में कुछ सुस्ती जरूर थी, लेकिन तेवर और तौर-तरीके में कोई फर्क नहीं था। भाजपा पर पुराने अंदाज में ही हमलावर राजद प्रमुख ने कहा कि सत्ता के लिए सामाजिक तानाबाना को खंडित किया जा रहा है।

नारा लगाया जा रहा है कि अयोध्या के बाद मथुरा. क्या इरादा है? वह टूट जाएंगे, मगर बुनियादी मुद्दों से कभी समझौता नहीं करेंगे। विधानसभा चुनाव में राजद के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने का श्रेय उन्होंने तेजस्वी के नेतृत्व को दिया और समर्थन के लिए नेताओं-कार्यकर्ताओं के प्रति आभार जताया। बोले नई पीढ़ी के हाथों में राजद का भविष्य उज्ज्वल है और निकट भविष्य में हम देश का भी नेतृत्व करेंगे।
लालू ने अपने कार्यकाल का बचाव किया और मंडल कमीशन लागू करने का श्रेय लिया। उन्होंने कहा कि मैंने समाज के वंचित तबकों के लिए काम किया।
सैकड़ों साल से तवे पर एकतरफा रोटी जल रही थी। हमने पलट दिया जिसे जंगलराज कहा गया। लाखों लोग पेट की मार से चरवाहे का काम करते थे। मैंने उनके लिए चरवाहा विद्यालय खोला और कहा कि साथ-साथ पढ़ाई भी करो।
इसका मजाक बनाया गया। पुराने दिनों को याद करते हुए लालू ने कहा कि मैंने पांच-पांच प्रधानमंत्रियों को देखा और पद पाने में सहयोग भी किया है। नीतीश कुमार को भी केंद्र में मंत्री बनवाया था।
लालू ने राज्य सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि इलाज में कमी और कोताही के कारण बिहार में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें हुईं। गांव ही नहीं, पटना का भी बुरा हाल था। राजद की सरकार होती तो ऐसा नहीं होता।