भोपाल : युवाओं को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने और पर्यावरण क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये प्रदेश में 2100 युवा को लाइफ वॉलेंटियर्स के रूप में प्रशिक्षण दिया जायेगा। लाइफ वॉलेंटियर का चयन प्रदेश के प्रत्येक जिले से किया जायेगा। आवेदक को मध्यप्रदेश का मूल निवासी होने के साथ एक जून 2023 को अधिकतम आयु 29 वर्ष और न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक होनी चाहिये। आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 मई 2023 है। प्रशिक्षण के बाद वॉलेंटियर्स को प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।
आवेदन के लिये वेबसाइट : कार्यकारी निदेशक एप्कोमुजीबुर्रहमान ने बताया कि पंजीयन एवं नियम निर्देशिका के लिये आवेदक वेबसाइट पर सम्पर्क कर सकते हैं। प्रत्येक जिले से प्राप्त आवेदनों की सूची संबंधित कलेक्टर को भेजी जायेगी। कलेक्टर अपने जिले के पर्यावरण क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले युवाओं को भी स्व-विवेक से नामांकित कर सकेंगे। प्रदेश के प्रत्येक जिले से अधिकतम 35 वॉलेंटियर का चयन किया जायेगा।
पंजीयन नि:शुल्क : एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण रूपेण नि:शुल्क रहेगा। प्रतिभागियों को यात्रा एवं दैनिक भत्ते की निश्चित राशि ऑनलाइन उनके खाते में भेजी जायेगी। प्रशिक्षण के दौरान भोजन और ठहरने की व्यवस्था एप्को द्वारा की जायेगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम का स्थान, समय और तिथि की सूचना जिला प्रशासन और चयनित प्रतिभागियों को ई-मेल या उनके व्हाट्सएप नम्बर पर दी जायेगी। प्रशिक्षण पर्यावरण के क्षेत्र में दीर्घ अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा दिया जायेगा। लाइफ वॉलेंटियर्स को किसी प्रकार का वेतन या मानदेय नहीं दिया जायेगा। जो युवा स्वेच्छा से समाज में पर्यावरण के प्रति जन-चेतना लाने में योगदान देना चाहते हैं, उनके लिये यह एक अनूठा अवसर है।
7 विषयों का चयन : मिशन लाइफ के संबंध में नीति आयोग द्वारा जारी मार्गदर्शिका के अनुसार 7 विषयों का चयन किया गया है। इनमें ऊर्जा की बचत एवं नवकरणीय ऊर्जा का उपयोग, जल की बचत एवं संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को हतोत्साहित करना, घरेलू कचरे में कमी लाना, स्वस्थ जीवन-शैली को अपनाना, सतत एवं शाश्वत भोजन पद्धति को बढ़ावा देना और ई-वेस्ट का उचित निष्पादन शामिल है। प्रशिक्षण का उद्देश्य जिला, संभाग एवं राज्य स्तरीय लाइफ वॉलेंटियर्स का चयन कर उन्हें परिवर्तन के वाहक के रूप में समाज हेतु कार्य करने के लिये प्रेरित करना है। प्रशिक्षण से युवाओं के व्यक्तित्व विकास के साथ पर्यावरण-संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर कार्य करने के लिये नेतृत्व क्षमता का विकास होगा। प्रदेश में पर्यावरण-संरक्षण की दिशा में व्यक्तियों और संस्थाओं को भी पहचान मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्ष 2021 में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान ग्लास्गो में पर्यावरण-संरक्षण और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिये विश्व के समक्ष जीवन-शैली में बदलाव के प्रमुख समाधान के रूप में मिशन लाइफ का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद अक्टूबर-2022 में गुजरात के केवड़िया में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की उपस्थिति में मिशन लाइफ की ग्लोबल लांचिंग हुई। इसी तारतम्य में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा युवा महापंचायत में लिये गये संकल्प LiFE-Life Style for Enviroment (पर्यावरण के लिये जीवन-शैली) के लिये युवा नेतृत्व विकास के लिये यह प्रशिक्षण आरंभ किया जा रहा है।