Datia news : दतिया। बिजली कंपनी के आपरेटर की लापरवाही एक लाइनमैन की जान पर भारी पड़ गई। जिस समय लाइन पर काम चल रहा था, उसी दौरान लाइट चालू कर दिए जाने से पोल पर बायरिंग शिफ्ट कर रहे लाइनमेन को तेज करंट का झटका लगा और वह पोल पर ही लटका रह गया।
आनन फानन में बिजली लाइन बंद कर साथी कर्मचारियों ने पोल से किसी तरह उतारा और गंभीर हालत में इंदरगढ़ अस्पताल पहुंचाया। जहां से उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह नौ बजे ग्वालियर रोड चौराहे की है। इधर घटना को लेकर संबंधित ठेकेदार का कहना था कि ड्यूटी पर तैनात बिजली कंपनी के आपरेटर की लापरवाही से यह घटना हुई है।
हमारी लेबर ने सुबह आठ बजे से ग्यारह बजे तक लाइट बंद रखने का परमिट लिया हुआ था। फिलहाल मामला जांच में है। बता दें कि इन दिनों इंदरगढ़ में सड़क चौड़ीकरण कार्य के चलते बिजली लाइन शिफ्टिंग का कार्य चल रहा है।
घटना वाले दिन बायर शिफ्ट करने का काम लाइनमैन कमलेश पुत्र सीताराम जाटव निवासी बिलौआ ग्वालियर कर रहा था। इसी बीच अचानक लाइट चालू कर दिए जाने से लाइनमैन कमलेश करंट की चपेट में आगया।

गनीमत यह रही कि जिस रस्सी के सहारे वह पोल पर काम रहा था, उसमें ही पैर फंस जाने के कारण वह पोल पर लटक रह गया। अन्यथा वह तेज करंट के झटके से सीधा जमीन पर आगिरता।
इस हादसे में झुलसे कमलेश को आनन फानन में उसके साथी पोल से उतारकर अस्पताल लाए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत के चलते उसे ग्वालियर रेफर किया गया है।
बताया जाता है कि ग्वालियर चौराहा से गल्ला मंडी तक करीब एक किमी तक किए जा रहे पोल व बायर शिफ्टिंग काम के लिए ठेकेदार अजय सुरंग द्वारा बिलौआ से 10 से 15 युवक बिजली काम के लिए लगाए गए हैं। 15 दिन से यहां लगातार शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है।
घायल के भाई मोनू जाटव एवं आकाश जाटव ने बताया कि हमने परमिट लिया हुआ था फिर भी विद्युत पावर हाउस से सप्लाई चालू कर दी जिससे यह दुर्घटना घटी है। उक्त लोगों का कहना है कि इंदरगढ़ विद्युत उपकेंद्र पर आपरेटर सुरेंद्र सिंह ड्यूटी थी। आरोप है कि आपरेटर नशे का आदी है। वह इस तरह की लापरवाही पूर्व में भी कर चुका है।