Datia news : दतिया। वन्यजीवों की तस्करी में लगे अंतर्राज्जयीय तस्करों को पुलिस ने इंडियन कोबरा के साथ पकड़ा है। माना जाता है कि इंडियन कोबरा के जहर का उपयोग दवा आदि में किए जाने से काफी महंगा बिकता है। इसी लालच के चलते जंगल में इसे पकड़ने के लिए तस्कर घूमते रहते हैं।
बुधवार को वन्यजीव इंडियन कोबरा सर्प के साथ तीन अंतर्राज्यीय तस्करों को पुलिस और वनविभाग की टीम ने संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार किया है। तीनों तस्कर कोबरा सर्प को जंगल से पकड़कर बेचने के लिए ले जा रहे थे। आरोपितों से बरामद कोबरा सर्प वन्यजीवों की श्रेणी में आता है।
जिसकी तस्करी की सूचना मुखबिर से मिलने के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम सक्रिय हुई और आरोपित पकड़ लिए गए। सभी आरोपित जिला जालोन उप्र के निवासी बताए जाते हैं।
मुखबिर की सूचना पर पहुंची पुलिस : एसडीओपी ने बताया कि गत मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि तीन व्यक्ति सेनपुरा पुलिया के पास बैग में कोबरा सर्प लिए हुए हैं, जो कहीं जाने की फिराक में है। मामला वन्य जीव से संबंधित होने के कारण यह सूचना वन विभाग रेंजर सेवढ़ा शैलेंद्र गुर्जर को थाना प्रभारी उपेंद्र दुबे इंदरगढ़ द्वारा दी गई।
इस सूचना पर वन विभाग एवं थाना पुलिस इंदरगढ़ द्वारा संयुक्त रूप से मुखबिर के बताए स्थान पर दबिश दी गई। पुलिस टीम को देखकर वहां खड़े तीनों आरोपित भागने का प्रयास करने लगे। जिनकी घेराबंदी कर पकड़ लिया गया।
उप्र से आए थे तस्कर : पुलिस पूछतांछ में तीनों आरोपितों ने अपना नाम मुबारक खान निवासी करई थाना समथर, फिरोज खान एवं अजमेरी पुत्र बाबू खान निवासीगण जाजेपुरा थाना रामपुर जिला जालोन होना बताया। आरोपितों के कब्जे से मिले बैग की तलाश लेने पर उसमें एक इंडियन कोबरा सर्प जीवित अवस्था में बरामद हुआ।
जिसकी पहचान वनकर्मी सुनील बसेडिया द्वारा वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अनुसूची दो के क्रमांक 11 पर अंकित वन्य जीव के रूप में की गई। मौके पर बरामद हुए जीवित सर्प को वन विभाग टीम के सुपुर्द कर दिया गया।
वहीं आरोपितों का कृत्य वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं के अपराध से दंडनीय पाए जाने पर उन्हें गिरफ्तार कर मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।