नईदिल्ली । छह जनवरी को बारिश के कारण किसानों ने अपना ट्रैक्टर मार्च एक दिन के लिए आगे बढ़ा दिया है। किसानों ने आज सुबह 10:00 बजे से ट्रैक्टर मार्च की शुरुआत करती है। किसानों ने दावा किया है कि इस ट्रैक्टर मार्च में पांच सौ से अधिक ट्रैक्टर रहेंगे। शाम को यह मार्च वापस यूपी गेट पर लौट आएगा। इसी तरह पलवल बॉर्डर के किसान यूूपी गेट आएंगे और शाम को वह भी लौट जाएंगे । इस दौरान जहां भी पुलिस रोकेगी, किसान वहीं आंदोलन शुरू कर देंगे।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया कि किसान आंदोलन के तहत छह जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाना था। लेकिन तीन दिनों से हो रही बारिश को देखते हुए इसे एक दिन आगे बढ़ा दिया गया है। अब किसान सात जनवरी को एक बॉर्डर से दूसरे बॉर्डर तक ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। यूपी गेट बॉर्डर से पलवल बॉर्डर तक ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा। वहीं पलवल बॉर्डर से किसान मार्च निकालते हुए यूपी गेट आएंगे। सुबह करीब 11 बजे किसान ट्रैक्टरों को लेकर पलवल के लिए रवाना होंगे। इस मार्च में पांच सौ से अधिक ट्रैक्टर रहेंगे। इसको लेकर किसानों ने तैयारी शुरू कर दी है। मार्च में काफी संख्या में युवा हिस्सा लेंगे। मार्च के जरिए किसान सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस और प्रशासन ट्रैक्टर मार्च को रोकेगा तो किसान उसी जगह धरने पर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह ट्रैक्टर मार्च पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जाएगा।
कल होगी सरकार के साथ अगले दौर की बैठक
किसान संगठनों और सरकार के बीच इससे पहले 4 जनवरी को 8वें दौर की हुई बातचीत बेनतीजा रही थी। किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए है, वहीं सरकार लगातार नए कानून के फायदे गिनाने में लगी हुई है। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बातचीत कल यानी 8 जनवरी को होगी
एक्सप्रेसवे से पलवल जाएंगे किसान
किसानों की तरफ से ट्रैक्टर मार्च के लिए रूट तैयार कर लिया गया है। किसान यूपी गेट से लिंक रोड के रास्ते मोहन नगर पहुंचेंगे। वहां से जीटी रोड होते हुए मेरठ रोड पहुंचेंगे। यहां से किसान दुहाई के पास बने ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़कर पलवल जाएंगे। वहीं पलवल से आने वाले किसान भी इसी रास्ते से यूपी बॉर्डर आएंगे। शाम को सभी किसान अपने-अपने बॉर्डरों के लिए वापस लौट जाएंगे।

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/wmIbVWNmey
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2021
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 43वें भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया,”आज हम लोग ट्रैक्टर रैली करने वाले हैं हमारा रूट यहां से टिकरी बॉर्डर उसके बाद वहां से गाज़ीपुर बॉर्डर रहेगा। हम अपना हक लेकर ही जाएंगे।” #FarmersProtests pic.twitter.com/MATvQ8dclB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2021
जब तक जीतेंगे नहीं, वापिस नहीं जाएंगे, बोले किसान नेता
भारतीय किसान यूनियन (चंदूनी) के अध्यक्ष किसान नेता गुरनाम सिंह चंदूनी ने कहा कि जब तक जीतेंगे नहीं, वापस नहीं जाएंगे। दो कदम आगे बढ़ सकते हैं, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहाकि सरकार किसानों का इम्तिहान ले रही है, सरकार सोच रही है कि किसान कमजोर हो जाएं या फिर टूटकर वापस चला जाएं। जिद पकड़ कर बैठी सरकार का हाल कहीं ऐसा न हो जाएं कि नेता मुंह भी न दिखा पाएं। कृषि कानून रद्द होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।
केएमपी एक्सप्रेसवे पर बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर से किसानों का जत्था कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के लिए रवाना हो रहा है. किसान संगठन आज 11 बजे से केएमपी एक्सप्रेसवे को जाम करेंगे. इसे लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. केएमपी एक्सप्रेसवे पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी संख्या में तैनाती की गई है.