कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर (एसएमपी) बांग्लादेश जाने वाली एलपीजी की खेप के लिए जहाज-से-जहाज (एसटीएस) परिचालन शुरू हो गया है।
एसएमपी की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान के मुताबिक वह देश में एलपीजी का एसटीएस परिचालन करने वाला पहला प्रमुख बंदरगाह बन गया है। इससे बांग्लादेश भेजी जाने वाली एलपीजी की कोलकाता और बांग्लादेश के मोंगला बंदरगाह के बीच सुगम आवाजाही सुगम हो सकेगी।
जहाज-से-जहाज मालवहन सेवा से जुड़ी कंपनी मैसर्स पेस मरीन सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने हल्दिया बंदरगाह पर एलपीजी का एसटीएस परिचालन सफलतापूर्वक शुरू हो जाने के बाद अक्टूबर, 2021 में एसएमपी के समक्ष इसी तरह की सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा था।
एसएमपी बंदरगाह के अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका के त्रिंकोमाली से प्रोपेन और ब्यूटेन लेकर रवाना हुए जहाज वीएलजीसी एम टी म्यूरा ने 19 मार्च को बंदरगाह पर लंगर डाला था। सीमा-शुल्क संबंधी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद एलपीजी के चार मालवाहकों में इस गैस को भरा गया।
एसएमपी के चेयरमैन विनीत कुमार ने कहा कि इसके साथ ही एसएमपी देश में एलपीजी गैस का एसटीएस परिचालन करने वाला पहला बड़ा बंदरगाह बन गया है। पहले एसएमपी को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के नाम से जाना जाता था।