मध्यप्रदेश बनेगा टेक्सटाइल हब : पीएम मित्रा पार्क से प्रदेश को मिला 14,600 करोड़ का निवेश संबल ,17 सितम्बर को धार में होगा भूमि-पूजन

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कोलकाता में आयोजित इन्वेस्ट इन एमपी इंटरैक्टिव सेशन में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वीकृत सात पीएम मित्रा पार्कों में से पहला पार्क मध्यप्रदेश के धार जिले में स्थापित किया जा रहा है। यह पार्क प्रदेश के टेक्सटाइल एवं गारमेंट सेक्टर को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के नए स्तर पर ले जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश अपनी भौगोलिक स्थिति, विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थिर निवेश माहौल के कारण निवेशकों के लिए आदर्श गंतव्य बन रहा है। उन्होंने निवेशकों से आह्वान किया कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर प्रदेश के औद्योगिक विकास में साझेदार बनें।


14,600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 17 हजार से अधिक रोजगार : इंटरैक्टिव सेशन में 300 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें देश के कई प्रमुख उद्योगपतियों ने 14,600 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिए। इन निवेशों से अनुमानित 16,900 से अधिक रोजगार सृजित होंगे।

उद्योगपति कंपनी सेक्टर निवेश राशि (₹ करोड़) अनुमानित रोजगार
पवन कुमार रूईया रूईया ग्रुप मल्टी सेक्टर 4200 5000
ज्ञानेश चौधरी विक्रम सोलार नवीकरणीय ऊर्जा 10150 9000
यशवर्धन अग्रवाल इसेन बायोग्रीन/आयुरवृद्धि फूड प्रोसेसिंग 150 400
विपुल कंसाल अजंता शूज फुटवियर 100 2500
योग 14600 16900

पीएम मित्रा पार्क: आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम : धार जिले में 2,158 एकड़ भूमि पर विकसित हो रहा पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (PM MITRA) पार्क ₹2,000 करोड़ से अधिक लागत का होगा। इसमें आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, CETP, प्लग-एंड-प्ले यूनिट्स, सोलर एनर्जी प्लांट और श्रमिक आवास जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह परियोजना लगभग 3 लाख प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित करेगी।


निवेशकों का विश्वास : रुइया ग्रुप के सीएमडी पवन कुमार रूईया ने कहा कि मध्यप्रदेश रणनीतिक स्थिति, उत्कृष्ट आधारभूत संरचना और कुशल मानव संसाधन के कारण देश का नया औद्योगिक केंद्र बन रहा है। वहीं श्याम मेटालिक्स और प्रताप ग्रुप जैसे उद्योगपतियों ने कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, फूड प्रोसेसिंग और माइनिंग क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाओं की पुष्टि की।


स्थिर और पारदर्शी नीतियाँ : औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में एक लाख एकड़ से अधिक इंडस्ट्रियल लैंड बैंक, सस्ती बिजली, प्रचुर प्राकृतिक संसाधन और निवेशक-हितैषी नीतियाँ मौजूद हैं। यह सब मिलकर प्रदेश को भारत ही नहीं बल्कि दक्षिण एशिया का सबसे आकर्षक निवेश स्थल बना रहे हैं।

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