Datia news : दतिया। कार में लगी आग से झुलसे महंत सरजूदास को पुलिस ने उपचार के लिए दतिया जिला अस्पताल पहुंचाया था। जहां से उसे ग्वालियर रेफर कर दिया गया था। लेकिन शनिवार को जब पुलिस महंत का बयान लेने ग्वालियर पहुंची तो वहां अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि महंत तो वहां नहीं है। महंत के अस्पताल से गायब मिलने पर पुलिस पूरे दिन उसकी तलाश में चकरघिन्नी बनी रही।
थाना क्षेत्र दुरसड़ा अंतर्गत गत शुक्रवार को ग्राम बहादुरपुर में विवादित महंत सरजूदास कार में लगी आग की चपेट में आने से झुलस गया था। जिसे दुरसड़ा पुलिस द्वारा उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन गंभीर हालत के चलते उसे वहां से जेएच हास्पिटल ग्वालियर रैफर किया गया था।
जेएच हास्पिटल से गायब मिला महंत : शनिवार को दुरसड़ा पुलिस घटना को लेकर जब उसके बयान लेने जेएच हास्पिटल ग्वालियर पहुंची तो वहां से महंत गायब मिला। पूरे दिन पुलिस उसे तलाशती रही। ऐसे में पुलिस के सामने अब एक नया सवाल खड़ा हो गया है कि गंभीर स्थिति में झुलसा महंत सरजूदास कहां उपचाराधीन है।
वहीं घटनास्थल के पास बहादुरपुर में एक निवास के बाहर लगे सीसीटीवी से घटना के फुटेज भी पुलिस को जांच दौरान प्राप्त हुए हैं। जिसमें पूरा घटनाक्रम दर्ज है। फुटेज के विषय में और ग्रामीणों के कथन पर जानकारी देते हुए थाना प्रभारी दुरसड़ा सच्चिदानंद शर्मा ने बताया कि महंत सरजूदास की घटनास्थल पर एक ट्रैक्टर चालक से उसकी कार की भिडंत हो जाने को लेकर झड़प हुई थी।
इसके बाद नजदीक ही एक मकान के चबूतरे पर बैठकर इसने अपनी तथाकथित चेली के साथ शराब पी और नशे की हालत में वहां मौजूद लोगों से गाली गलौज करने लगा। इसके बाद कार में आग लगने की घटना हुई।
जिसमें महंत झुलस गया था। फिलहाल पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल महंत सरजूदास की तलाश का है। पुलिस का कहना है कि जब तक उसके बयान नहीं हो जाते, तब तक इस पूरे घटनाक्रम की असल वजह सामने नहीं आ सकेगी।