हिंगलगंज (पश्चिम बंगाल) । बंगाल के सीतलकूची में मतदाताओं पर गोलियां चलाने का आरोप सीएम ममता बनर्जी ने सीआईएसएफ पर लगाया है। ममता ने कहाकि सभी मतदाता शांतिपूर्ण तरीके से कतार में खड़े थे और अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे, ऐसे में उन पर गोलीबारी की जाना गलत है। सीएम ने केंद्रीय पुलिस बल को भी कठघरे में खड़े हुए केंद्रीय गृहमंत्री से भी इस घटना को लेकर सवाल किए हैं। उन्होंने कहाकि पहले से ही लग रहा था कि चुनाव में केंद्रीय पुलिस बल जरुर कुछ अप्रिय कर सकता है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने लोगों से शांत रहने की शनिवार को अपील की और सीआईएसएफ (CISF) पर सीतलकूची में पंक्तिबद्ध खड़े मतदाताओं पर गोलियां चलाने का आरोप लगाया। बनर्जी ने यहां एक जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से इस बात का जवाब देने को कहाकि राज्य विधानसभा के चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार (CoochBehar) जिले के सीतलकूची में केंद्रीय बलों की गोलीबारी में लोगों की जानें क्यों गईं। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय बलों के ‘‘अत्याचार” को देखकर उन्हें काफी समय से ऐसा कुछ होने की आशंका थी।

इसके साथ ही कूचबिहार में गोलीबारी में चार लोगों की मौत के संदर्भ में केंद्रीय बलों द्वारा आत्मरक्षा में यह कदम उठाए जाने की दलील को खारिज करते हुए मुख्ममंत्री ममता बनर्जी ने कहाकि उनकी सरकार इस घटना की सीआईडी जांच कराएगी। बनर्जी ने कहाकि केंद्रीय बलों के दावे के पक्ष में कोई भी वीडियो फुटेज या अन्य कोई सबूत नहीं है। उन्होंने संवाददाताओं से कहाकि यह बात कहां से आई। उनकी तरफ से कौन घायल हुआ? क्या कोई फुटेज है? लोगों की हत्या करने के बाद वे अपनी इस हरकत का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि इस घटना से जुड़ी परिस्थितियों का पता लगाने के लिए सीआईडी जांच कराई जाएगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मांगा इस्तीफा
पुलिस ने बताया कि कथित रूप स्थानीय लोगों द्वारा केंद्रीय बलों की राइफलें छीनने का प्रयास किए जाने और उन पर हमला किए जाने के बाद सुरक्षा बलों द्वारा गोलियां चलाई गई और चार लोगों की मौत हो गई। बनर्जी ने कूच बिहार के सीतलकूची में केंद्रीय सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में चार लोगों के मारे जाने की घटना के मद्देनजर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा मांगा है। बनर्जी ने यह भी दावा किया कि चुनाव आयोग एवं केंद्रीय बलों के कामकाज में उनके हस्तक्षेप से ज्यादतियां हुईं हैं।

बनर्जी ने कहा कि निर्वाचन आयोग को घटना को लेकर लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने कहाकि हम प्रशासन के प्रभारी नहीं हैं। आयोग प्रशासन का प्रभारी है। ममता ने कहाकि उन्होंने वरिष्ठ आईपीएस सुरजीत कर पुरकायस्थ को हटा दिया। उन्होंने आरपीएफ से कनिष्ठ दर्जे के सेवानिवृत्त अधिकारी एवं मेरे ओएसडी अशोक चक्रवर्ती को हटा दिया। फिर भी निर्वाचन आयोग चुनाव की निगरानी के लिए यहां सेवानिवृत्त अधिकारियों को ला रहा है।