संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की मौत, पिता का आरोप जहर देकर मारा बेटी को, पति ने कहा गले में कुछ फंसने से गई जान

Datia News : दतिया। थाना पंडोखर क्षेत्र के ग्राम सदका में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना की खबर पाते ही मृतका के मायके पक्ष के लोग भी पर्वतपुरा जिला जालौन से भांडेर पहुंच गए।

उनका आरोप है कि सुसराल वालों ने उनकी बेटी को जहरीला पदार्थ खिला दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं मृतका के पति का कहना है कि गले में कुछ फंस जाने के कारण हालत बिगड़ने के बाद उसकी पत्नी की जान चली गई।

फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद कर उसे पीएम के लिए भिजवाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत का स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।

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जानकारी के अनुसार ग्राम सदका निवासी 23 वर्षीय संतोषी रजक पत्नी दीपक की उपचार के दौरान शासकीय मेडिकल कालेज झांसी में बुधवार-गुरुवार की रात मौत हो गई। मौत की खबर के बाद मृतका के मायके पक्ष के लोग भांडेर पहुंचे।

इस दौरान पीएम हाउस भांडेर पर मौजूद मृतका के पिता रमाकांत उर्फ भूरे रजक ने इस मामले में बताया कि उन्होंने दो वर्ष पहले ही अपनी बेटी संतोषी का विवाह बड़ी धूमधाम से किया था।

लेकिन इसके बाद भी दामाद दीपक न केवल बेटी से झगड़ता था, साथ ही हमारा भी निरादर करता था। अभी कुछ समय पहले चार पहिया वाहन की भी मांग की गई। लेकिन उनके 5 बच्चे शादी के लिए शेष हैं। वह एक छोटे किसान है।

संतोषी की शादी में ही उनके 5 से 6 लाख रुपये खर्च हो गए थे। मांग पूरी न कर पाने के लिए उन्होंने मजबूरी जताई थी। इसके बाद यह घटना घटित होना ससुराल पक्ष के लोगों पर शंका जताती है।

वहीं मृतका के मौसा नबाव सिंह का आरोप था कि मेरे पास संतोषी की मौत की सूचना रात दो बजे आई। इसके बाद हम भांडेर आ गए। यहां मृतका के मुंह से आ रहे झाग और नाक से बह रहे खून से संदेह है कि लड़की को विषाक्त पदार्थ दिया गया है। उन्होंने मामले की पुलिस से निष्पक्षता से जांच करने की मांग की।

पति बोला गले में कुछ फंसने से हुई मौत

वहीं इस मामले में मृतका संतोषी के पति दीपक ने बताया कि उसकी पत्नी मायके गई हुई थी। उसे खांसी और गर्दन की नस से संबंधित बीमारी थी और वहां का इलाज चल रहा था। दो-तीन दिन पहले ही उसे मायके से लाया था।

बुधवार शाम को वह दुकान से घर पहुंचा। उसने खाना खिलाया। इसके कुछ देर बाद उसने खांसी और नस में दर्द की बात कही। उसने मायके से लाई दवाई भी ली जिससे उसे आराम हो गया था।

लेकिन कुछ देर बाद उसने गले में कुछ फंसने की शिकायत की तो गांव के वैद्य को दिखाया। लेकिन उसने झांसी दिखाने को कहा। तीन-चार प्राइवेट नर्सिंग होम में उसका उपचार न होने पर मेडिकल कालेज ले गए।

जहां उपचार के दौरान रात एक बजे उसने दम तोड़ दिया। पति का कहना है कि उसने मृतका के पिता को इस बारे में मोबाइल पर खबर दे दी थी। मृतका के 14 माह की एक बच्ची भी है।

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