चंडीगढ़ : पंजाब निवासियों को मुफ़्त में बेहतरीन स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को ऐलान किया कि वह अपनी सरकार के प्रमुख प्रोग्राम ‘मोहल्ला क्लीनिक’ की शुरुआत इस साल 15 अगस्त को करेंगे। पहले पड़ाव में ऐसे 75 क्लीनिक शुरू होंगे, जो इस वर्ष आ रहे स्वतंत्रता दिवस की 75वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक मौके को समर्पित होंगे।
यहाँ अपने अधिकारिक गृह में सीनियर अधिकारियों की उच्च स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली की तर्ज़ पर शहरी और ग्रामीण इलाकों में यह क्लीनिक स्थापित होने से हमारी सरकार के बड़े चुनावी वायदों में से एक मुकम्मल होगा।
विचार-चर्चा में भाग लेते हुये मुख्यमंत्री ने राज्य भर के ग़ैर -कार्यशील सेवा केन्द्रों को मोहल्ला क्लिनिकों में तबदील करने को भी सहमति दी। इसलिए सेवा केन्द्रों की इमारतों को एक ही तरह की छवि दी जाये, जिसमें डाक्टर का कमरा, रिसैपशन-कम-वेटिंग एरिया, फार्मेसी जैसी ज़रूरतें पूरी करने के साथ स्टाफ और आने वाले मरीज़ों के लिए अलग शौचालयों की सुविधा दी जायेगी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के सचिव को सेवा केन्द्रों को अंदर से बढ़िया रूप देने के लिए रूप-रेखा बनाने का आदेश दिया जिससे इनको आसानी से मोहल्ला क्लिनिकों में तबदील किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने सभी की आसान पहुँच के लिए पाँच से छह नजदीकी गाँवों का एक कलस्टर बना कर उनके लिए कहीं बीच पड़ती जगह पर मोहल्ला क्लीनिक स्थापित करने का भी सुझाव दिया। इससे मोहल्ला क्लिनिकों के घेरे में पड़ते ग्रामीण इलाकों के बड़ी संख्या में लोगों को मदद मिलेगी। मीटिंग के दौरान सीनियर आर्कीटैक्ट ने संक्षिप्त पेशकारी के द्वारा मुख्यमंत्री को इन मोहल्ला क्लिनिकों के प्रस्तावित डिज़ाइन और रूप-रेखा के अलग-अलग पहलूओं संबंधी अवगत करवाया।
इस दौरान स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव ने मुख्यमंत्री को ग्रामीण इलाकों में पहले से ही मौजूद 3000 सब-सेंटरों के नैटवर्क संबंधी जानकारी दी जिसको कम्युनिटी हैल्थ अफसरों के नेतृत्व में प्रशिक्षण प्राप्त पैरा-मैडीकल स्टाफ द्वारा कारगर ढंग चलाया जा रहा है।
इसलिए उन्होंने इन सब-सैंटरों को भी मोहल्ला क्लिनिकों में तबदील करने का प्रस्ताव पेश किया और इस तरह इसकी पहुँच और सेवाएं प्रदान करने का सामर्थ्य और विशाल किया जा सकता है जिससे गाँवों में बसते अधिक से अधिक लोग राज्य सरकार की स्वास्थ्य देखभाल संबंधी विलक्षण पहलकदमी से लाभ उठा सकें।
विचार-विमर्श को समेटते हुये मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सचिव को ठेके के आधार पर उन डाक्टरों पैरामेडिकल की सेवाएं लेने के लिए तुरंत प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा, जो मोहल्ला क्लिनिकों में इस नेक प्रयास के लिए अपनी सेवाएं देने के इच्छुक हैं। भगवंत मान ने स्वास्थ्य सचिव को क्लिनीकल टैस्टों के लिए एजेंसी की सेवाएं लेने के लिए कार्य योजना तैयार करने के भी निर्देश दिए जिस संबंधी सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि ज़रुरी स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया पहले ही चल रही है और क्लिनीकल टैस्टों के लिए एजेंसी की सेवाएं हासिल करने के लिए टैंडर प्रक्रिया 31 मई तक मुकम्मल कर ली जायेगी।
मीटिंग में शामिल होने वाले प्रमुख व्यक्तियों में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विजय सिंगला, मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेणू प्रसाद, अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्त कमिशनर अनुराग अग्रवाल, सचिव स्वास्थ्य अजोए शर्मा, डायरैक्टर पंजाब हैल्थ सिस्टम कारपोरेशन नीलिमा और एम.डी. राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन टी.पी.एस. फुलका शामिल थे।