रतनगढ़ माता के दरबार में एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई हाजिरी : गुप्त नवरात्र की नवमी और सोमवार मेले में उमड़े लोग

Datia news : दतिया। रतनगढ़ माता मंदिर पर गुप्त नवरात्र की महानंद नवमी पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। सुबह से ही माता मंदिर पर महिला और पुरुष भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया। जो देर शाम तक जारी रहा। माता मंदिर पर आने वाली श्रद्धालु भजन कीर्तन करते हुए वहां पहुंचे। इस दौरान माता के दरबार में जवारे भी अर्पित किए गए। लंबे समय के बाद यह पहला अवसर था जब रतनगढ़ माता मंदिर पर गुप्त नवरात्र के दौरान एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं।

रतनगढ़ माता मंदिर पर सोमवार को गुप्त नवरात्र की नवमी के पर्व पर एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। लगभग दो वर्ष बाद किसी नवरात्र के अवसर पर उमड़ी यह सर्वाधिक भीड़ रही। सुबह 7 बजे से ही मंदिर परिसर में भक्तों का तांता लग गया।

प्रशासन को इतनी अधिक भीड़ के पहुंचने का अनुमान ही नहीं था और नतीजतन वाहनों के अचानक आने का असर यह हुआ कि सड़क के दोनों तरफ वाहनों का तांता लग गया। इस दौरान माता के दरबार में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा अर्चना की। वहीं कुछ भक्तों द्वारा जवारे चढ़ाए गए।

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नदी पार कर पहुंचे श्रद्धालुजन : मंदिर पहुंचने के लिए लोगों ने नदी के भीतर से गुजरने से भी परहेज नहीं किया। मालूम हो कि अगस्त 2021 में पुल ढहने के बाद भगुवापुरा, चरोखरा मार्ग से लोगों का आना जाना बंद हो गया था। हाल ही में पुल के निर्माण कर रही एजेंसी द्वारा निर्माण सामग्री को दूसरे सिरे तक पहुंचाने के लिए अस्थाई रपटा तैयार किया है।

हालांकि यह रपटा नदी के सत्तर फीसदी हिस्से तक ही बना है, शेष हिस्सा पानी की निकासी के लिए छोड़ा गया है। इस बचे हिस्से में पानी की मात्रा कम होने के कारण रतनगढ़ माता मंदिर आने वाले लोग रपटे से होकर पैदल नदी के बीच से गुजरकर दूसरे सिरे तक पहुंचे।

पुल निर्माण कंपनी द्वारा बनाई गई यह अस्थाई व्यवस्था का नतीजा है कि लोग अब कम दूरी वाले मार्ग को एक बार फिर अपनाने लगे हैं। जिसके कारण गुप्त नवरात्र की महानंद नवमी के मौके पर मंदिर में अचानक भीड़ बढ़ गई। मंदिर पुजारी पं.राजेश कटारे के अनुसार काफी समय बाद नवरात्र के दिनों में इतनी अधिक संख्या में लोग पहुुंचे।

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