Datia news : दतिया। ईद के पर्व पर भांडेर में मुस्लिम जन ने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शित करते हुए अपने हाथों में काली पट्टी बांधी और फिर नमाज अदा करने ईदगाह के अंदर पहुंचे। इस दौरान मौजूद तमाम मुस्लिमजन का कहना था कि उनके कब्रिस्तान पर कथित तौर पर कब्जा किया जा रहा है। जिसको लेकर वह यह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस दौरान ईदगाह पर आने वाले मुस्लिमजन को उनके साथ काली पट्टी बांधते नजर आए। यह सभी स्थानीय बस स्टैंड वाले विधायक कालोनी स्थित कब्रिस्तान पर किए जा रहे कब्जे को लेकर विरोध जता रहे थे। ईद-उल-अजहा (बकरीद) का त्यौहार शहर सहित अंचल भर में सौहार्द और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया गया।
इस दौरान भांडेर में सबसे पहले मदीना मस्जिद, सरसई रोड स्थित ईदगाह और अंत में जामा मस्जिद पर ईद की नमाज अदा की गई। इसके उपरांत मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नगर में स्थित विभिन्न कब्रिस्तानों पर पहुंच अपने-अपने पुरखों की कब्रों पर इबादत की।
इस त्यौहार के मौके पर लोगों द्वारा प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए बकरों की कुर्बानी भी दी। इस बीच ईदगाह पर काली पट्टी बांधकर मुस्लिम भाईयों ने नमाज अदा की।
इस दौरान मौजूद करीब एक हजार से अधिक लोगों ने विरोध स्वरुप काली पट्टी बांध रखी थी। ईदगाह की नमाज के बाद इस कब्रिस्तान पर तहसीलदार सुनील प्रभास और थाना प्रभारी भांडेर कोमल परिहार पहुंचे और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की।

यह है पूरा मामला : इस पूरे मामले को लेकर भांडेर के मुस्लिमजन का कहना है कि कुछ समय पहले शिवशंकर-जगदंबा प्रसाद उर्फ नीटू-बीटू शर्मा द्वारा मिट्टी बिछाकर कब्रिस्तान का समतलीकरण कर वर्षों पुराना अस्तित्व मिटाने का प्रयास किया गया। यह विवाद हाल ही में तब और गहरा गया था जब एक जून रविवार को उक्त लोगों द्वारा बस स्टैंड वाली मस्जिद के कब्रिस्तान की तरफ खुलने वाले दरवाजे को पक्की दीवार बनाकर बंद कर दिया गया।
लेकिन मुस्लिम समुदाय ने इस दीवार को ही ढहा दिया। साथ ही एसडीएम भांडेर सोनाली राजपूत को भी इस घटना से अवगत कराया। जिसके बाद उन्होंने मौके पर पुलिस भेजकर स्थिति को न केवल नियंत्रित किया।
साथ ही दोनों पक्षों को यथावत स्थिति बनाए रखने के लिए भी कहा। जिसके बाद मुस्लिम पक्ष ने ग्वालियर हाईकोर्ट का रुख किया। लेकिन वहां अपील करते ही अगले दिन से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरु हो गए। बताया जाता है कि 41 वें नंबर पर यह प्रकरण दर्ज होकर 16 जून इस मामले में पहली तारीख लगी है।