वाशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी नीति विशेषज्ञ नीरा टंडन को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का वरिष्ठ सलाहकार बनाया गया है। इससे दो माह पहले रिपब्लिकन सांसदों के विरोध के बाद उन्होंने व्हाइट हाउस प्रबंधन और बजट कार्यालय के निदेशक पद से अपना नामांकन वापस ले लिया था। टंडन को दो कार्य सौंपे गए हैं-यूएस डिजिटल सेवा की समीक्षा शुरू करना और सुप्रीम कोर्ट के विचारों से जो आकस्मिक स्थिति उत्पन्न हो सकती है, उसकी योजनाएं बनाना।
टंडन इस समय सेंटर फार अमेरिकन प्रोग्रेस (सीएपी) की सीईओ और प्रेसीडेंट हैं। उनके सोमवार को व्हाइट हाउस की टीम में शामिल होने की उम्मीद है। सीएपी के संस्थापक और निदेशक जान पोडेस्टा ने कहा, नीरा की बुद्धिमत्ता, दृढ़ता और राजनीतिक जानकारी व्हाइट हाउस के लिए एक संपत्ति की तरह होगी।

उन्होंने कहा कि पीढ़ियों में एक बार सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने में व्हाइट हाउस ने उल्लेखनीय प्रगति की है। इनमें अमेरिका के लाखों लोगों को वैक्सीन देने से लेकर कोरोना वायरस महामारी से अर्थव्यवस्था को राहत देने जैसा काम शामिल है।
इसके अलावा जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए किफायती देखभाल अधिनियम को भी मजबूत किया गया है। इनमें से कई नीतियां ऐसी हैं, जिन्हें देश में मतदाताओं का व्यापक समर्थन हासिल है। पिछले कई वर्षों से सीएपी में इन नीतियों का विकास और नेतृत्व नीरा ने किया है। अब नीरा टंडन के टीम में आने से प्रशासन के प्रयासों को बल मिलेगा।