Datia News : दतिया। जिला अस्पताल के डाक्टर व नर्सों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दो माह पूर्व जिला अस्पताल दतिया में प्रसव के लिए आई इंदरगढ़ निवासी महिला के आपरेशन के दौरान टांके लगाने वाली सुई नर्सों ने उसके गर्भाशय में ही छोड़ दी। डाक्टर व नर्सों की इस लापरवाही से महिला पिछले 2 महीने से भारी परेशानी में थी।
जब उसे दर्द के साथ बिल्डिंग की शिकायत हुई तो वह अपनी सास के साथ 31 दिसंबर को इंदरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां स्टाफ नर्स ने जब जांच करवाई तो पता चला की टांके लगाने वाली निडल उसके पेट में घाव कर रही है। नर्स ने छोटा आपरेशन कर महिला के पेट से वह सुई निकाली।
इंदरगढ़ के संतोषी कालोनी निवासी जितेंद्र साहू की पत्नी नेहा का 26 अक्टूबर 2021 को जिला अस्पताल दतिया में प्रसव हुआ था। दतिया जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान परेशानी को देखते हुए डाक्टर ने महिला का आपरेशन किया। जिसके बाद उसने एक बच्ची को जन्म दिया।
आपरेशन के दौरान महिला को 11 टांके आए थे। लेकिन डाक्टर एवं नर्सों की लापरवाही से टांके लगाने वाली सुई अंदर रह गई। एक-दो दिन जिला अस्पताल रहने के बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
लेकिन घर जाने के बाद नेहा लगातार दर्द से परेशान होती रही। 2 महीने बीत जाने के बाद महिला को जब दर्द अधिक हुआ और ब्लीडिंग होने लगी तो यह बात उसने अपनी सास अनीता साहू को बताई।
आपरेशन के बाद निकली सुई
पीड़त महिला नेहा अपनी सास के साथ इंदरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र पहुंची। जहां नर्स सरोज खरे को उसने पूरी बात बताई। चेकअप के बाद पता चला कि कोई नुकीली बारीक चीज महिला के गर्भाशय मंे है। जिसे देखकर तत्काल नर्स ने महिला का माइनर ऑपरेशन किया तो टांके लगाने वाली सुई निकली।
जिला अस्पताल में प्रसूता के साथ इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने पर पीड़ित महिला सहित उसके स्वजनों में भारी रोष है। महिला नेहा का कहना है कि यह जिला अस्पताल के नर्स एवं डाक्टर की लापरवाही है। अगर मुझे कुछ हो जाता तो क्या होता। इस तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
लापरवाह डाक्टर एवं नर्सों के खिलाफ कार्रवाई अवश्य होना चाहिए। जैसे अन्य प्रसूताओं को इस तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी और इसके बाद दोषी डाक्टर व नर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।