अस्पताल स्टाफ की लापरवाही : गर्भवती महिला को लगा दिए कोरोना के तीन टीके, महिला की तबियत बिगड़ी, विभाग में मचा हडकंप, मामले की होगी जांच

Datia News : दतिया। इंदरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में गत मंगलवार को एक गर्भवती महिला को कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज लगा दिए जाने के मामले को लेकर विभाग में हडकंप मचा हुआ है। मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच जाने के बाद संबंधित सफाई दे रहे हैं कि इसमें स्टाफ की कोई गलती नहीं है। जबकि तीसरा टीका लगने के बाद महिला की तबियत बिगड़ गई है।

गर्भवती महिला शिवानी साहू के मुताबिक टीका लगने के बाद उसे चक्कर, दस्त और उल्टी के साथ पेट दर्द होने लगा है। महिला की सास रश्मि साहू का कहना है कि उनकी बहू की तबियत के बारे में भी अभी तक किसी डाक्टर ने संपर्क करने की भी कोशिश नहीं की है। ऐसे में उनका पूरा परिवार चिंतित है।

वहीं इंदरगढ़ स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ वीर सिंह इस पूरे मामले में संबंधित महिला को ही दोषी ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि गर्भवती महिला ने स्वयं ही टीकाकरण कर रहे स्टाफ को आकर बोला था कि उसे कोविड का टीका लगना है।

Banner Ad

इधर जिले के टीकाकरण अधिकारी डीके सोनी ने बताया कि गर्भवती को तीसरा डोज लग जाने को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों से बात की गई है। उनके मुताबिक इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है। वैसे भी स्वास्थ्य विभाग गर्भवती महिलाओं को तीसरा टीका बूस्टर डोज लगाने की तैयारी कर रहा है।

बता दें कि गत मंगलवार को इंदरगढ़ वार्ड 4 निवासी गर्भवती महिला शिवानी साहू अपनी सास रश्मि साहू के साथ स्वास्थ्य केंद्र पर टिटनेस का टीका लगवाने गई थी। महिला शिवानी के मुताबिक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण और कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य एक ही जगह किया जा रहा था।

उसने वहां मौजूद स्टाफ के पूछने पर बताया था कि उसे तीन माह का गर्भ है, जिसका टीका उसे लगना है। लेकिन स्टाफ ने लापरवाही बरतते हुए महिला को कोरोना का टीका लगा दिया। जबकि शिवानी को 10 अगस्त और 14 सिंतबर को कोवैक्सीन के टीके निर्धारित अवधि में इसी अस्पताल में लगाए गए थे।

बावजूद यह जानकारी लिए बिना ही स्टाफ नर्स ने उसे तीसरा डोज और लगा दिया। जब गर्भवती महिला से स्टाफ ने 28 दिन बाद आने की बात कही गई तो महिला चौंक गई।

उसने पूछा कि क्या कोरोना का टीका लगा दिया तो स्टाफ नर्स ने जबाब हां में दिया। यह सुनकर महिला और उसकी सास घबरा गए और उन्होंने अस्पताल में इसको लेकर संबंधित को शिकायत करने की कोशिश की। जब मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया तो विभाग में अफरा तफरी मच गई।

महिला को समझाया गया कि उसे कुछ नहीं होगा और उसकी तबियत को लेकर अस्पताल स्टाफ लगातार निगरानी रखेगा। घर जाते ही महिला की तबियत खराब हो गई। शिवानी के मुताबिक उसे तीसरा डोज लगने के बाद चक्कर, घबराहट, उल्टी और दस्त की शिकायत हो गई है।

गर्भस्थ शिशु पर नहीं पड़ेगा कोई प्रभाव नहीं

जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. डीके सोनी ने जानकारी में बताया कि इंदरगढ़ में जो गर्भवती महिला को टीकाकरण के दौरान कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज लगा दिया गया है। वह एक एएनएम द्वारा लगाया गया है। वह रूटीन ड्यूटी कर रही थी।

टिटनेस का टीकाकरण करने वाली नर्स उस दौरान कहीं गई हुई थी। गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण तथा कोरोना का टीकाकरण एक ही स्थान पर हो रहा था। इस कारण यह त्रुटि हुई है। इस संबंध में मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।

हालांकि कोरोना का टीकाकरण के दौरान यदि गर्भवती महिला को तीसरा डोज लग जाता है, तो उसे और गर्भस्थ शिशु को कोई भी परेशानी नहीं होती है स्वास्थ्य विभाग अब वैसे भी गर्भवती महिलाओं को तीसरा टीका बूस्टर डोज लगाने की तैयारी कर रहा है।

इस संबंध में स्वास्थ्य विशेषज्ञों से भी बात की गई है। अतः यह चिंता का विषय नहीं है कि गर्भस्थ शिशु को कोई हानि हो पहुंचेगी।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter