कोलकाता : पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा सीट और दक्षिण कोलकाता के प्रतिष्ठित बालीगंज विधानसभा सीट के लिए मंगलवार शाम 6.30 बजे मतदान समाप्त हो गया। इन दोनों सीटों पर इस उपचुनाव में अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ है।
हिंसा की मामूली घटनाओं को छोड़कर पश्चिम बंगाल में आसनसोल लोकसभा सीट और बालीगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मंगलवार को मतदान आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा और शाम पांच बजे तक 52.5 प्रतिशत मतदान हुआ।
एक अधिकारी ने बताया कि आसनसोल लोकसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 64.03 प्रतिशत वोट पड़े हैं जबकि बालीगंज सीट पर 41.10 प्रतिशत मतदान हुआ। हालांकि इन आंकड़ों के और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि मतदान करीब डेढ़ घंटे बाद तक चला अधिकारियों ने कहा कि वे विभिन्न बूथों से आंकड़ें जमा करने के बाद कल अंतिम मतदान प्रतिशत जारी करेंगे।
2019 के आम चुनावों में आसनसोल लोकसभा सीट पर लगभग 76.62 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि बालीगंज विधानसभा सीट पर पिछले साल के विधानसभा चुनावों में 61 प्रतिशत वोट पड़े थे। तृणमूल कांग्रेस ने उमस भरे मौसम और उपचुनावों में कम मतदान प्रतिशत की सामान्य प्रवृत्ति को जिम्मेदार ठहराया जबकि भाजपा ने दावा किया कि ‘मतदाताओं को डराया’ गया था।
#WATCH | West Bengal: Violence breaks out in Asansol where bypoll voting to Lok Sabha seat is underway. Agnimitra Paul, who is BJP candidate for the seat alleges, “TMC people attacked us, hurled stones at our convoy. Police doing nothing… ” pic.twitter.com/pdQGZWF57h
— ANI (@ANI) April 12, 2022
तृणमूल महासचिव पात्र चटर्जी ने कहा, “ शुरुआती घंटों में मतदान काफी तेज था लेकिन बाद में धीमा हो गया, शायद इसका कारण उमस भरा मौसम रहा और शायद इसलिए भी कि यह उपचुनाव है। लेकिन हम बालीगंज और आसनसोल दोनों सीटों पर जीत को लेकर आश्वस्त हैं।”
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने आरोप लगाया, “ तृणमूल ने दोनों सीटों पर आतंक फैला दिया है। मतदाताओं को स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से मतदान करने की अनुमति नहीं थी।” आसनसोल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल की गाड़ी पर मंगलवार सुबह कथित तौर पर पथराव किया गया, जिससे कुछ इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया।
पथराव तब किया गया जब उम्मीदवार के निजी सुरक्षा कर्मियों ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया जो पॉल की गाड़ी का घेराव कर रहे थे। उनका आरोप है कि पॉल अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ मतदान बूथ में घुसने की कोशिश कर रही थीं। टीवी पर प्रसारित दृश्यों से भी प्रतीत हो रहा है कि वह अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ बूथ में घुसने की कोशिश रही हैं।
पॉल ने आरोप लगाया, ‘‘ बाराबनी में मेरे ‘मतदान प्रतिनिधि’ को एक मतदान केंद्र में दाखिल नहीं होने दिया गया। मेरी गाड़ी पर हमला किया गया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। क्या तृणमूल को लगता है कि वे मुझे मारने की साजिश रचकर शत्रुघन सिन्हा की जीत सुनिश्चित कर सकते हैं? भाजपा फिर आसनसोल में जीतेगी।”
उनके सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से निकालने की कोशिश की, तो टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की, जिसके बाद सुरक्षा बलों और कार्यकर्ताओं के बीच कथित रूप से हाथापाई हो गई।
वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पॉल और उनके सुरक्षाकर्मियों ने इलाके में अशांति फैलाने की कोशिश की। तृणमूल नेता वी शिवदासन ने कहा, ‘‘ एक उम्मीदवार 20 गाड़ियों के काफिले के साथ कैसे निकल सकता है? वह और उनके सुरक्षा कर्मी इलाके में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे थे।’’
तृणमूल ने आसनसोल से वरिष्ठ अभिनेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा को मैदान में उतारा है। आसनसोल में हिंदी भाषी लोगों की पर्याप्त संख्या है। वहीं भाजपा ने पॉल को टिकट दिया है जो आसनसोल दक्षिण से विधायक हैं। सिन्हा ने कहा, “मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता, पर लगता है कि हार से आशंकित किसी ने अपना आपा खो दिया है।”
निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसे मामले से संबंधित शिकायत मिली है। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम इस पर गौर करेंगे।’’ पांडवेश्वर में, भाजपा ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल ने उसके बूथ एजेंट को बूथ के अंदर नहीं जाने दिया, सत्तारूढ़ दल ने आरोप को निराधार बताया।
आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने भाजपा को छोड़ तृणमूल में जाने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था जिस वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। वहीं बालीगंज से विधायक एवं मंत्री सुव्रत मुखर्जी का पिछले साल निधन हो गया था जिस वजह से यह सीट रिक्त हो गई थी।
बालीगंज में तृणमूल ने सुप्रियो, भाजपा ने केया घोष और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सायरा शाह हलीम को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने भी दोनों सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। प्रसिद्ध गायक सुप्रियो ने कई बूथ का दौरा किया और गीत गाए। टीएमसी ने आरोप लगाया कि सुप्रियो को केंद्रीय बलों ने इलाके के एक बूथ में प्रवेश करने से रोक दिया।
हालांकि, घोष ने आरोप लगाया कि तृणमूल वास्तविक मतदाताओं को वोट डालने से रोकने की कोशिश कर रही है। इस आरोप का सत्ताधारी दल ने खंडन किया है। मंगलवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उपचुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ।