मेरठ : शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग (DOSEL) ने मेरठ में NMMS Scholarship Awareness Meerut सत्र का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में जिला नोडल अधिकारी (DNO), स्कूल प्रमुख और शिक्षकों को National Means-cum-Merit Scholarship योजना की विस्तृत जानकारी दी गई।
इस सत्र में उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल के 9 जिलों—बागपत, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली—के प्रतिभागी शामिल हुए।
NMMS छात्रवृत्ति योजना और NSP पंजीकरण : अध्यक्षा ए. श्रीजा (आर्थिक सलाहकार, DOSEL) ने बताया कि NMMS योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए है। उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष 15,000 नई छात्रवृत्तियों का सबसे बड़ा कोटा है। उन्होंने NSP registration process और समय पर सत्यापन सुनिश्चित करने पर जोर दिया ताकि पात्र छात्रों को लाभ मिल सके।
NMMS योजना 2018-19 से राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) पर उपलब्ध है। कक्षा 8 के बाद मेरिट में चयनित छात्रों को कक्षा 9 में आधार कार्ड के माध्यम से NSP पर पंजीकरण करना होता है।
OTR और छात्रवृत्ति सत्यापन प्रक्रिया : सत्र में OTR and scholarship verification प्रक्रिया पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया गया। इसमें बताया गया कि:
→ छात्रों को NSP पर एकमुश्त पंजीकरण (OTR) करना आवश्यक है।
→ स्कूल नोडल अधिकारी प्रथम स्तर पर आवेदन का सत्यापन करते हैं।
→ जिला नोडल अधिकारी द्वितीय स्तर पर सत्यापन करते हैं।
कक्षा 9 के छात्र नई छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करते हैं जबकि कक्षा 10, 11 और 12 के छात्र नवीनीकरण के लिए आवेदन करते हैं।
आधार आधारित DBT और बायोमेट्रिक सत्यापन : NMMS छात्रवृत्ति के तहत प्रति वर्ष ₹12,000 की राशि Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से छात्रों के बैंक खातों में भेजी जाती है। इसके लिए आधार लिंक्ड बैंक खाता अनिवार्य है। नोडल अधिकारी आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से सत्यापन करते हैं।
मेरठ मंडल के 210 प्रतिभागियों की भागीदारी : सत्र में मेरठ मंडल से कुल 210 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में DOSEL के निदेशक श्रीकला पी. वेणुगोपाल, अवर सचिव हेमा मालिनी, उप निदेशक राम सिंह, CIET-NCERT की प्रो. भारती कौशिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
अन्य शैक्षिक पहलें : NMMS के अलावा, सत्र के दौरान:
→ स्कूल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
→ विद्यांजलि-स्कूल स्वयंसेवी पहल पर जानकारी दी गई।
→ तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों पर MyGov स्कूल चैलेंज की रूपरेखा साझा की गई।
→ NCERT द्वारा विकसित Universal Design of Learning (UDL) पाठ्यपुस्तकों की जानकारी दी गई।