Datia News : दतिया। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकाय चुनाव के लिए नियुक्त निर्वाचन प्रेक्षक विजय अग्रवाल ने जिले की पांच नगरीय निकायों में चुनाव लड़ रहे पार्षद पद के उम्मीदवारों के निर्वाचन व्यय लेखा संधारण एवं परीक्षण के संबंध में निर्वाचन व्यय दल के सदस्यों की बैठक ली। बैठक में पार्षद पद के चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत किए गए व्यय लेखों की जांच के संबंध में व्यय लेखा टीम के नोडल अधिकारी एवं दल के सदस्यों से जानकारी ली।
उन्होंने व्यय लेखा टीम को निर्देश दिए कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के तहत् चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों से व्यय की वास्तविक जानकारी प्रदाय कर राज्य निर्वाचन आयोग को उचित माध्यम से भेजना सुनिश्चित करें। बैठक में बताया गया कि जिले की 5 नगरीय निकायों में 151 उम्मीदवारों द्वारा लेखा व्यय प्रस्तुत न करने पर नोटिस जारी किए गए है।
जिसमें दतिया नगर निकाय में 102, इंदरगढ़ में 28, भांडेर में 8 और सेवढ़ा में 13 उम्मीदवार शामिल हैं। जबकि नगर पालिका परिषद दतिया में 9 उम्मीदवारों द्वारा लेखा प्रस्तुत किया गया है।
जबकि इंदरगढ़ में 27 उम्मीदवारों द्वारा, भांडेर में 44, सेवढ़ा में 39 अभ्यर्थियों द्वारा अपना लेखा व्यय लेखा टीम को प्रस्तुत किया गया है। बैठक के दौरान व्यय लेखा टीम के नोडल अधिकारी व्हीएम त्रिवेदी, ईना कौशिक, भानू खरे, एके साहू, व्हीपी सिंह आदि उपस्थित रहे।
चुनाव प्रचार करने वाला जेठ निलंबित : पारिवारिक सदस्यों द्वारा चुनाव लड़ने और मतगणना के दिन अनाधिकृत तरीके से मतगणना टेबल के पास मौजूद रहने के चलते पुनीत शर्मा सहायक शिक्षक प्राथमिक विद्यालय गणेशपुरा तथा मुकेश शर्मा माध्यमिक शिक्षक शासकीय माध्यमिक विद्यालय दलपतपुर को प्राप्त शिकायतों के आधार पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दतिया संजय कुमार ने मंगलवार को निलंबित कर दिया है। निलंबन के दौरान इनका अटेचमेंट जिला पंचायत कार्यालय दतिया रहेगा।
पुनीत शर्मा के निलंबन का कारण इनकी पत्नी द्वारा वंदना शर्मा द्वारा ग्राम पंचायत उड़ी से सरपंच पद का चुनाव लड़ना बताया गया है। पत्नी के समर्थन में प्रचार करने के चलते पूर्व में इन्हें कार्यालयीन आदेश पत्र क्र.स्था.पंचा.निर्वा./2022/134 दतिया 20 जून द्वारा जिला जनसंपर्क कार्यालय दतिया में संलग्न किया गया।
लेकिन यहां वे 3 जुलाई से अनुपस्थित रहे तथा 4 जुलाई को मतगणना के दौरान मतगणना टेबल के पास मौजूद रहे। वहीं मुकेश शर्मा के निलंबन की वजह भी वंदना शर्मा रहीं।
जो कि इनके अनुज पुनीत की पुत्रवधू हैं। मुकेश ने भी मतगणना 4 जुलाई के दिन मतगणना स्थल पर अनाधिकृत रूप से प्रवेश किया। निलंबन की अवधि दौरान इनका भी अटेचमेंट जिला पंचायत कार्यालय दतिया किया गया है।