जिले में सिर्फ दो हजार वैक्सीन ही बची
दतिया । अब आपके वार्ड में ही कोरोना की वैक्सीन आसानी से लग सकेगी। इसके लिए आपको घर से दूर नहीं जाना पड़ेगा। वैक्सीन को लेकर यह नई व्यवस्था कर दी गई है। जिले में चलाए जा रहे कोरोना वेक्सीनेशन अभियान को गति देने के लिए प्रशासन ने यह व्यवस्था निर्धारित की है। इसके तहत अब बुजुर्ग व्यक्ति सहित 45 साल से ऊपर वाले गंभीर बीमार व्यक्ति को टीका लगवाने के लिए अस्प्ताल तक नहीं जाना पड़ेगा। अब टीकाकरण के लिए उनके वार्ड में ही किसी एक निश्चित स्थान सरकारी स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र पर लगाने का कार्य किया जाएगा । यह व्यवस्था बुधवार से शुरू कर दी गई।
कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत बुधवार को होलीपुरा स्थित शासकीय कन्या हाईस्कूल परिसर में ही कोरोना टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया है। इसके तहत बीएलओ जैनी जयवंती मिश्रा, बीएलओ संजीव कुमार श्रीवास्तव, सिद्धार्थ बौद्ध की देखरेख में वार्ड के बुजुर्ग व्यक्तियों को कोरोना वेक्सीन लगाई गई। वहीं वार्ड 18 के पूर्व पार्षद अनूप तिवारी ने भी टीकाकरण केंद्र पर टीका लगवाने आए लोगों को प्रोत्साहित किया। नगर पालिका कर्मचारी वार्ड प्रभारी मनोज निचरेले द्वारा घर घर जाकर लोगों को स्कूल भवन में टीका लगने की सूचना दी गई। महिला बाल विकास की ओर से वार्ड में टीकाकरण के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। प्रत्येक वार्ड में एक दिन में लगभग सौ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया गया है।
जिले में सिर्फ दो हजार वैक्सीन ही बची
जिले में कोरोना वैक्सीन को लेकर धीरे-धीरे जागरूकता आने लगी है। अब तक कुल 30 हजार 577 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। टीकाकरण अधिकारी डा.डी.के. सोनी के अनुसार वैक्सीन का स्टॉक लगभग समाप्त हो गया है। अब नए लक्ष्य और नए स्टाक के साथ ही कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए नई सप्लाई राज्य शासन द्वारा की जाएगी। वैक्सीनेशन के लक्ष्य के अनुरूप जनसंख्या के 14 फीसद बुजुर्ग तथा जनसंख्या के 10 फीसद बीमारी से प्रभावित लोगों को यह टीका लगाया जाना है। जिले में कुल जो टीके लगाए गए हैं, उनमें अभी तक 2814 हेल्थ वर्करों को टीके लगाए जा चुके हैं। 2965 टीके हेल्थ केयर वर्कर को लगाए गए हैं।
जिले में को-वैक्सीन का बेस्टेज लगभग 7 फीसद है। वहीं कोविड शील्ड वैक्सीनेशन का बेस्टेज 3.50 प्रतिशत है। इस तरह कुल मिलाकर साढे 10.50 फीसद वैक्सीन का नुकसान अभी तक आंका गया है। जबकि टीकाकरण में यह नुकसानी दर 13 फीसद सामान्य मानी जाती है। बुधवार को सिर्फ दो हजार वैक्सीन ही बचे हैं। जिनमें से देर शाम को लगभग एक हजार वैक्सीन लगने की संभावना जताई गई है। कलेक्टर संजय कुमार के मुताबिक भले ही धीमी गति से जिले में वैक्सीनेशन हो पाया है, किंतु अब धीरे-धीरे लक्ष्य की प्राप्ति हो रही है। इसीके चलते अब वार्ड स्तर पर टीकाकरण का अभिनव प्रयोग किया जा रहा है। इससे टीकाकरण की संख्या में इजाफा होगा और बुजुर्गों को हॉस्पिटल तक भी नहीं जाना पड़ेगा।