अब तेजस एक्सप्रेस को दौड़ाने की बारी : रेलवे बोर्ड और आइआरसीटीसी के बीच शुरू हुआ मंथन

लखनऊ : कोरोना के कारण बंद हुई कारपोरेट सेक्टर की देश की पहली तेजस एक्सप्रेस (लखनऊ-दिल्ली) एक बार फिर से पटरियों पर दौड़ सकती है।

तेजस एक्सप्रेस के सामने कोरोना के बीच अपने ट्रैफिक को वापस लाने की एक बड़ी चुनौती है, इसलिए ट्रेन को चलाने से पहले आइआरसीटीसी इन सभी पहलुओं की समीक्षा भी करेगा। रेलवे बोर्ड अगस्त के मध्य तक तेजस को चलाने की तैयारी कर रहा है।

तेजस एक्सप्रेस की शुरुआत अक्टूबर, 2019 में नवरात्र में हुई थी। यह ट्रेन मार्च, 2020 तक तो खूब दौड़ी, लेकिन कोरोना के कारण लगे संपूर्ण लाकडाउन की वजह से सभी ट्रेनों के साथ तेजस को भी रोक दिया गया।

पिछले साल अक्टूबर में दोबारा तेजस की शुरुआत हुई, लेकिन यात्री न मिलने पर दीपावली के समय ट्रेन का संचालन फिर से रोकना पड़ा। इस साल फरवरी में तेजस को मार्च में पड़ी होली में यात्री मिलने की उम्मीद पर दोबारा शुरू किया गया। इस बार आइआरसीटीसी ने तेजस का किराया भी घटा दिया।

हालांकि कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के बाद अन्य कई ट्रेनों की तरह तेजस को फिर बंद किया गया। अब रेलवे बोर्ड अपनी नियमित ट्रेनों को दोबारा स्पेशल बनाकर पटरी पर वापस ला रहा है। ऐसे में तेजस एक्सप्रेस को चलाने की भी तैयारी चल रही है।

आइआरसीटीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक तेजस को अगस्त में चलाने की तैयारी की जा रही है। अगस्त में कोरोना की स्थिति और यात्रियों की संख्या को देखते हुए ही तेजस को चलाने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 

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