दतिया। कोरोना के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र को तीन जोनों में बांटा जाएगा। ऐसे क्षेत्र जहां कोरोना संक्रमण के प्रकरण अधिक सामने आ रहे उस क्षेत्र को रेड जोन बनाया जाएगा। जिस क्षेत्र में एक दो प्रकरण मिले है उस क्षेत्र को ब्राउन और जहां एक भी संक्रमण का प्रकरण सामने नहीं आया है उसे ग्रीन जोन में विकसित किया जाएगा। कलेक्टर ने इस संबंध में गूूगल मीट के जरिए सभी दंडाधिकारियों एवं राजस्व अधिकारियों को मंगलवार को निर्देश दिए।
उन्होंने कहाकि रेड जोन में लोगों के आने-जाने व बाहर निकलने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। ब्राउन जोन के तहत संक्रमित परिवार को किसी भी स्थिति में बाहर नहीं जाने दिया जाए और संक्रमित मरीज के आवास की बैरीकेटिंग भी कराई जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहाकि जिले में चल रहे सर्वे कार्य के दौरान ऐसे लोग जिनमें सर्दी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण पाए गए है, उन्हें एक सप्ताह की दवाईयों की किट प्रदाय कर उन्हें होम आईसालेशन में रहने की समझाईश दें। वह 7 दिन तक घर से न निकलें और शादी ब्याह में भी न जाए। निगरानी दल द्वारा इन पर सतत् निगरानी रखें।
कलेक्टर ने कहा कि कोरोना पाॅजीटिव मरीज होने पर होम आईसोलेशन की पृथक से व्यवस्था न होने पर ऐसे मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भेजने की व्यवस्था करें। इसके लिए मरीज एवं परिजनों को भी समझाईश देते हुए गांव के प्रतिष्ठित एवं जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लें। कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को भी निर्देश दिए कि वह ग्रामीण क्षेत्रों का संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी के साथ सतत् भ्रमण कर कोरोना के संक्रमण की स्थिति पर नजर रखें।
पाजीटिव पाए जाने पर कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया जाए। गूगल मीट के माध्यम से अनुविभागीय दंडाधिकारी अशोक सिंह चौहान, अनुराग निंगवाल, अरविंद सिंह माहौर ने अपने अनुभाग के कोरोना संक्रमण के संबंध में विस्तार से अवगत कराते हुए वहां भर्ती मरीजों की जानकारी दी। इधर प्रशासन द्वारा जिले भर में मास्क लगाने को लेकर भी लगातार जागरुक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।