नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा को बताया कि 31 दिसंबर 2021 तक 1,319 छात्रों ने यूक्रेन में अध्ययन के लिये शिक्षा ऋण प्राप्त किया था और उनके संबंध में 121.61 करोड़ रूपये बकाया हैं लोकसभा में विजय वसंत एवं रवनीत सिंह के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी दी। सीतारमण ने कहा कि वर्तमान में वहां (यूक्रेन में) स्थिति अस्थिर है और सरकार इस पर नजर रखे हुए है तथा स्थिति के स्थिर होने पर ही सुधारात्मक कदमों पर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस बीच सरकार ने भारतीय बैंक संघ को वापस आने वाले छात्रों के बकाया शिक्षा ऋण के संबंध में संघर्ष के कारण पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करने और विभिन्न पक्षकारों के साथ इस बारे में विचार-विमर्श शुरू करने के लिये कहा है।
सीतारमण ने बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और भारतीय बैंक संघ से जुड़े निजी क्षेत्र के 21 बैंकों से प्राप्त सूचना के अनुसार, 31 दिसंबर 2021 तक 1,319 छात्रों ने यूक्रेन में अध्ययन के लिये शिक्षा ऋण प्राप्त किया था, उनके संबंध में 121.61 करोड़ रूपये बकाया हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि विदेश मंत्रालय के अनुसार, एक फरवरी 2022 से अब तक छात्रों सहित लगभग 22,500 भारतीय नागरिक यूक्रेन से सुरक्षित रूप से भारत लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने यूक्रेन से उसके पश्चिमी पड़ोसी देशों को आने वाले भारतीयों को आश्रय, भोजन और चिकित्सा सहायता के रूप में हर संभव मदद प्रदान की और ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत उड़ानों के माध्यम से उन्हें देश लाया गया।