Datia News : दतिया। कचरा उठाने की मुहीम अब अधिकारियों के गले पड़ने लगी है। व्यापारियों पर दुकान के आगे लगे कचरे को उठवाने के लिए दबाब बनाया जाना गुरुवार शाम स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को महंगा पड़ गया। जिसके विरोध में व्यापारियों में शाम ढलते ही थाना घेर लिया और मुर्दाबाद के नारे लगाए।
व्यापारी मौके पर एसपी को बुलाने की मांग करने लगे। हंगामा बढ़ता देख दतिया से जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव और बडौनी एसडीओपी दीपक नायक भांडेर पहुंचे। लेकिन रात 11 बजे तक भी अधिकारी नाराज व्यापारियों को समझाने की कोशिश में लगे रहे।
फ्लैग मार्च के दौरान हुआ विवाद : नगरीय निकाय चुनाव कार्यक्रम की बुधवार को घोषणा होने के बाद गुरुवार शाम सात बजे प्रशासनिक अमला, एसडीएम इकबाल मोहम्मद, तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी, नगर निरीक्षक रामबाबू शर्मा आदि पुलिस बल के साथ नगर के मुख्य मार्ग पर फ्लैग मार्च निकालते हुए निकले। जब यह अमला खाई का बाजार से घटिया बाजार की तरफ गुजरा।
उसी दरम्यान दुकानों के बाहर पड़े कचरे को लेकर इस अमले का विवाद अशोक नीखरा (नीखरा वस्त्रालय) के पुत्र अंकु से हो गया। घटनाक्रम के अनुसार प्रशासनिक अमले में मौजूद तहसीलदार सूर्यकांत त्रिपाठी ने दुकान के बाहर पड़े कचरे को उक्त दुकानदार से उठाने को कहा। जिस पर दुकानदार ने जबाव दिया कि यह कार्य नगरपालिका का है।
इसलिए वह क्यों उठाए। इस पर जब मुंहवाद हुआ तो पुलिस उसे थाने ले आई। बकौल अंकु उसके साथ यहां न केवल मारपीट की गई, साथ ही उसे थाने पर भी बैठा लिया।
व्यापारियों ने घेर लिया थाना : कस्बे के एक प्रतिष्ठित व्यापारी के पुत्र से जुड़ा हुआ था। लिहाजा बड़ी संख्या में नगर के लोगों का रुख भांडेर थाने की तरफ हो गया। इसके अलावा कुछ लोगों के समूह ने बाजार बंद कराना शुरू कर दिया।
इसके कुछ देर बाद करीब दो सैकड़ा लोग भांडेर थाने पहुंच गए और एसडीएम, तहसीलदार, नगर निरीक्षक के विरुद्ध मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। नारेबाजी करने वाले अधिकांश लोग दुकानदार वर्ग से संबंधित थे। इस बीच एसडीएम, नगर निरीक्षक, तहसीलदार भी थाने पहुंचे। उनके पहुंचने के बाद नारेबाजी और बढ़ गई।
अधिकारियों के तबादले की उठी मांग : नगर निरीक्षक और व्यापारियों के बीच पुलिस कार्रवाई को लेकर मुंहवाद भी हुआ। पुलिस जहां इस मामले में अभद्रता न किए जाने की बात कहती रही।
वहीं भीड़ भी नारेबाजी करते हुए तहसीलदार और नगर निरीक्षक सहित एसडीएम के तबादले की मांग करते हुए एसपी को मौके पर बुलाने की मांग करने लगी। इस बीच कई अन्य दुकानदार भी उनसे कचरा जबरन उठवाए जाने की बात कहते हुए आक्रोश व्यक्त करते नजर आए।
व्यापारी बोले हम सफाई करेंगे तो नपं क्या करेगी : इस मामले में उपस्थित दुकानदारों का कहना था कि हम नपं को टैक्स जमा करते हैं। साफ-सफाई की जिम्मेदारी नपं की है। बाजार पुराने समय से लग रहा है।
नाराज व्यापारियों का कहना था कि यदि कोई बदलाव करना भी है तो उसे दुकानदारों को मीटिंग कर कहा जा सकता था या प्रचार प्रसार करवाना चाहिए। बिना किसी ऐसी सूचना के सीधे दुकानदारों से मौके पर कचरा उठवाना सीधे सीधे तानाशाही और अधिकारियों के अपने पावर का दुरुपयोग है।
इस बीच मामले को शांत करवाने पहुंचे जिला पंचायत सीईओ कमलेश भार्गव तथा एसडीओपी बड़ोनी दीपक नायक पहुंचे। टीआई कक्ष में पुलिस से पीड़ित अंकु के चाचा अरुण नीखरा से मुलाकात कर मामले को निपटाने का प्रयास किया।