Datia News : दतिया। नए साल के पहले शनिवार को दतिया स्थित प्रसिद्ध पीतांबरा पीठ पर श्रद्धालुओं की जमकर भीड़ उमड़ी। आने वाले साल में सुख समृद्धि की कामना लेकर मां के दरबार में एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुजन पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर दर्शन किए।
नए साल का आगाज पहले शनिवार को होने के कारण पीतांबरा पीठ प्रबंधन द्वारा भी श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते आवश्यक प्रबंध किए गए थे। साथ ही मंदिर में कोरोना गाइड लाइन के मद्देनजर सभी एहतियाती व्यवस्थाएं भी की गई। लेकिन श्रद्धालुओं के भारी हुजूम के आगे सोशल डिस्टेसिंग और मास्क की पाबंदी का पालन करा पाना मुश्किल नजर आया।
वहीं रतनगढ़ माता के दरबार में भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। देर शाम तक यहां करीब 35 हजार से ज्यादा लोगों ने दर्शन किए। पुल टूटने के बाद यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को खासी दूरी तय करनी पड़ी। लेकिन उसके बाद भी श्रद्धालुओं की भीड़ यहां उमड़ी। नदी के रास्ते नाव पर सवार होकर श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचे।
1 जनवरी 2022 को शनिवार का दिन होने के कारण सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ पीतांबरा पीठ पर उमड़ी। श्रद्धालुओं की काफी भीड़ को देखते हुए मां धूमावती के पट खुलने के समय में भी पीठ प्रबंधन की ओर से बढ़ोत्तरी की गई थी।
वहीं पीठ पर तैनात पुजारी सेवक श्रद्धालुओं को मास्क लगाने व दूरी बनाए रखने के लिए भी सतर्क करते रहे। लेकिन पूरे प्रांगण में ठसाठस भरे श्रद्धालु इन हिदायतों को दरकिनार करते नजर आए।
वहीं शनिवार को पीतांबरा के बाहर फूल विक्रेताओं की भी चांदी रही। बाहरी श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना के लिए खूब फूलमालाएं खरीदी। फूल और गुलदस्तों की डिमांड के कारण विक्रेताओं ने भी इन्हें अच्छे दामों में बेचा।
एक लाख से ज्यादा दर्शनार्थी पहुंचे मां के दरबार
नववर्ष की सुबह से ही पीतांबरा पीठ पर श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। सुबह करीब 8 बजे मंदिर प्रांगण में पैर रखने को भी जगह नहीं दिख रही थी। मां धूमावती मंदिर के सामने रेलिंग श्रद्धालुओं से खचाखच भर गई। सुबह ठंड होने के बावजूद श्रद्धालुओं के आने का क्रम जारी रहा।
पीतांबरा पीठ पर वैसे भी हर शनिवार को बाहरी श्रद्धालुओं काफी संख्या में आते है। लेकिन नववर्ष के पहले ही दिन शनिवार होने से इस संख्या में खासी बढ़ोत्तरी दिखी।
मंदिर प्रबंधन के मुताबिक देर शाम तक करीब 1 लाख 20 हजार से अधिक श्रद्धालु पीठ पर दर्शन करने पहुंचे। भारी संख्या में बाहरी श्रद्धालुओं को देखते हुए जहां पीठ पर मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी मंदिर के पुजारी व सेवक श्रद्धालुओं को समझाइश देते दिखे।
धूमावती माई के दर्शनों का बढ़ाया समय
श्रद्धालुओं को सुविधाजनक तरीके से दर्शन हो सके इसके लिए मां धूमावती के पट खुलने का समय भी बढ़ाया गया है। पीठ की ओर से मां धूमावती के पट खोलने के समय में वृद्धि कर सुबह 7 से 9 बजे तक एवं सांय 6.30 बजे से 8.30 बजे किया गया। ताकि दोनों समय दो-दो घंटे पट खुलने से श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन कराए जा सके।
मां रतनगढ़ के दरबार में लगा छप्पन भोग
नव वर्ष के पहले दिन रतनगढ़ माता के दरबार में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। इस दौरान मंदिर पर संगीतमय सुंदरकांड के साथ छप्पन भोग का आयोजन भी किया गया था। जिसमें शामिल होने के लिए आसपास के हजारों श्रद्धालु मां के दरबार में पहुंचे। रतनगढ़ माता मंदिर पर आयोजित भंडारे में भी भारी संख्या में लोगों ने शामिल होकर प्रसादी ग्रहण की।
मंदिर के महंत राजेश कटारे के मुताबिक मंदिर में करीब 35 हजार श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन किए गए। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के खास प्रबंध नहीं किए गए।
मात्र दो-चार होमगार्ड के जवान ही वहां व्यवस्थाएं संभालते नजर आए। सुबह 8 बजे माता के आकर्षक श्रृंगार के बाद छप्पन भोग का प्रसाद लगाया गया। जिसके बाद विशाल भंडारे आयोजित हुआ। दोपहर 3 बजे तक 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए थे। गौरतलब है कि रतनगढ़ पुल टूटने के कारण इस वर्ष 35 हजार लोग दर्शन करने पहुंचे।