लखनऊ : हुंकार यही है कि भाजपा की सरकार उत्तर प्रदेश में नहीं बनने देंगे, लेकिन भागीदारी मंच का हिस्सा बनने आए आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के निशाने पर सपा और कांग्रेस भी हैं।
मंच संयोजक की भूमिका निभा रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात करने लखनऊ आए ओवैसी ने दावा किया कि इस बार यूपी में यादव-मुस्लिम समीकरण नहीं चलेगा।
कुछ दिन पहले भी लखनऊ आ चुके हैदराबाद के सांसद ओवैसी गुरुवार को फिर यहां पहुंचे। उन्होंने ओमप्रकाश राजभर से मुलाकात कर भागीदारी मंच की आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक अभी तक किसी को हराने के लिए वोट देते थे, जबकि अब वह शिक्षा व रोजगार जैसे मुद्दों को लेकर विकास के साथ जुड़ना चाहता है। उन्होंने दावा किया कि यूपी में अब मुस्लिम-यादव समीकरण नहीं चलेगा।
वहीं, कांग्रेस सांसद व मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर टिप्पणी की कि वह जहां भी जाते हैं, कांग्रेस को डुबो देते हैं। दूसरी तरफ राजभर ने बताया कि 15 जुलाई से उनके कार्यकर्ता सम्मेलन मुरादाबाद से शुरू होंगे। सहारनपुर व हरदोई आदि जिलों में होते हुए पूर्वांचल की तरफ बढ़ेंगे।
गाजी विदेशी मुसलमान, भाजपा बना रही मुद्दा ओवैसी ने बहराइच में आक्रांता सैय्यद सालार मसऊद गाजी की मजार पर जियारत की, जिसे महाराज सुहेलदेव ने युद्ध में मारा था।
इस पर भाजपा द्वारा सवाल उठाए जाने पर राजभर ने कहा कि सालार विदेशी मुसलमान थे, उनकी कब्र पर हिंदू भी जाते हैं। ओवैसी गए तो हमें कोई आपत्ति नहीं।