टीवी शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ लीप के बाद अब नए ट्विस्ट और सस्पेंस सामने आने लगे है। जिसके चलते आगे के ट्रैक को लेकर दर्शकों की धड़कने बढ़ रही है। शो में सई और विराट की मुलाकात बच्चों की वजह से जल्द होगी। शो के लेटेस्ट प्रोमो में भी दिखाया गया है कि विनायक साई को लेकर और सावी विराट और पत्रलेखा को लेकर एक दूसरे की तरफ आ रहे है।
एपिसोड की शुरुआत में गुलाबराव द्वारा गणेश उत्सव के मंच पर चढ़कर साईं के बारे में उल्टा-सीधा बोलना शुरू कर कर देता है। वह माइक लेकर साईं के बारे में बताना शुरू करता है, जिसपर साई को सावी पर इसका गलत प्रभाव पड़ने की चिंता होती है।
इधर गुलाबराव साई के चरित्र पर सवाल उठाता है और कहत है कि उसका कोई पति नहीं है और सावी के पिता का नाम बताने के लिए उससे सवाल करता है। साईं गुलाबराव पर गुस्सा होती है, लेकिन इस बीच जगताप गुस्से में आकर गुलाबराव को सबक सिखाने का फैसला करता है, लेकिन साईं उसे रोकती है और उसके मामले से दूर रहने के लिए कहती है।
साई ने खुद को बताया सावी का पिता
तब गुलाबराव साई और जगताप के रिश्ते के बारे में भी गलत बात करता है। वह कहता है कि जगताप ही नहीं, साईं के कई अन्य लोगों के साथ अफेयर्स और संबंध हैं। वह गुलाबराव पर और क्रोधित हो जाती है और सावी भी अपनी मां के बारे में गलत सुनकर गुस्सा हो जाती है
और साईं से गुलाबराव को जवाब देने के लिए कहती है। साईं गुलाबराव को लताड़ लगाते हुए कहती है कि अगर वह वास्तव में उसके बारे में जानना चाहता है तो वह उसे सावी के पिता का नाम बताएगी। साई खुद को सावी का पिता बताती है।
साई ने किया गुलाबराव का पर्दाफाश
इसके बाद साईं सबको बताती है कि कैसे गुलाबराव ने उसे धमकी दी और जब उसने उसकी बात मानने से इनकार कर दिया, तो उसने उस पर इस तरह के आरोप लगाना शुरू कर दिया। उसकी बात सुनकर गुलाबराव परेशान हो जाता है तभी साईं अपनी स्टूडेंट्स से यह बताने के लिए कहती है कि कैसे गुलाबराव ने अपने गुंडों के साथ उनकी क्लास में घुस के उन्हें धमकाया था।
सावी पर भड़क उठी साई
गुलाबराव खुद के बेनकाब होने से डर जाता है और साईं को चेतावनी देकर वहां से चला जाता है। इसके बाद घर पहुंचकर सावी अपने पिता के बारे में साई से सवाल करती है।साईं सावी को अपने कमरे में जाने के लिए कहती है लेकिन सावी जिद करती है और अपने पिता के बारे में पूछती रहती है।
वो कहती है कि हर बच्चे के अपने पिता होते हैं, फिर उसके क्यों नहीं? साई सावी पर भड़क जाती है और उस पर चिल्लाती है।
च्वहाण निवास में भवानी मोहित को देखती है और वह उसे कुछ इशारा करता है। वह शिवानी को टिकट देता है, शिवानी विराट से छिपकर भवानी को टिकट देती है। उसे शक होता है और वह इसके बारे में पूछता है, जिस पर भवानी झूठ बोलती है और पाखी और विराट को घूमने के लिए कहती है। विराट गुस्सा हो जाता है और पाखी को ऐसा करने के लिए डांटता है।
तब पाखी साफ़ करती है कि वह इसमें शामिल नहीं थी। साथ ही वह कहती है कि उनका परिवार उनके लिए फिक्रमंद है और इसलिए उन्होंने एक नई शुरुआत करने में उनकी मदद करने के बारे में सोचा।
प्रीकैप:– विराट को अपनी गलती का एहसास होता है और वह पाखी से कहता है कि उसने उसके और परिवार के लिए बहुत कुछ किया है। वह कभी भी उसके कामों की सराहना या कदर नहीं करने के लिए उससे माफी मांगता है। वह उससे कहता है कि वह उसके साथ एक नई शुरुआत करना चाहता है।