मुंबई : टीवी शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ मेकर्स द्वारा हाल में लाए गए ट्विस्ट टर्न्स ने दर्शकों को एक तरफ शॉक में डाल दिया है। तो वही शो के अपकमिंग ट्विस्ट को लेकर यूजर्स ने काफी ट्रोल भी किया है। लेकिन अब शो के अपकमिंग ट्रैक को लेकर उत्साह बढ़ने वाला है।
आज के एपिसोड में विराट ने सईं से कहा कि वह परिवार के महत्त्व को नहीं जानती क्योंकि उनके पास आबा के अलावा कोई परिवार नहीं था। साईं यह सुनकर टूट जाती है और पूछती है कि क्या वह उसे यह एहसास दिला रहा है कि उसका दुनिया में कोई नहीं है, वह अनाथ है और केवल उसका आबा ही उसका सब कुछ था, उसके आबा ने उसे हमेशा सच्चाई से खड़े रहना सिखाया, उसने गलती की यह सोचकर कि विराट उसके आबा की तरह है क्योंकि वह हमेशा सच्चाई के खिलाफ खड़ा होता है।
विराट को सई ने दी चेतावनी
सई विराट को चेतावनी देती है कि अगर विराट पाखी को घर वापस लाता है, तो वह अपने बच्चे के साथ उसका घर छोड़ देगी। सोनाली कहती है कि अगर सईं को उनके साथ रहने में समस्या हो रही है तो बेहतर है कि विराट साईं के साथ किसी और जगह शिफ्ट हो जाएं। विराट कहता है कि वह परिवार के साथ रहना चाहते हैं और जब वह उनसे दूर रहे तो उन्हें इसकी कीमत का एहसास हुआ।
पाखी की हुई जमानत
निनाद और ओंकार के साथ विराट एक वकील के साथ पुलिस स्टेशन जाते हैं और पाखी को जमानत दिलवा देते हैं। वैशाली ने उन्हें धन्यवाद दिया और पाखी से कहा कि उन्होंने उसे बाहर निकाल दिया। निनाद और ओंकार उसे चिंता न करने के लिए कहते हैं
क्योंकि उसे जमानत मिल गई है। पाखी ने विराट से अपने पापों के लिए माफी मांगी और कहा कि वह अपने पापों के लिए जेल में मरने के लिए तैयार है और बस विराट की माफी की जरूरत है।
पाखी ने पकड़े भवानी के पैर
इधर चव्हाण परिवार पाखी की वापसी का बेसब्री से इंतजार करते हैं। पाखी घर आते ही भवानी के पैर पकड़ती है और उससे अपने पापों के लिए माफी मांगती है। सोनाली पाखी को दिलासा देती है। भवानी कहती है कि वह बाद में पाखी को सजा देगी और उसे रोना बंद करने के लिए कहेगी।
पाखी सईं से मिलना चाहती है। भवानी करिश्मा को साईं को बुलाने को कहती है। करिश्मा बताती है कि सई विनायक को ले जा रही है।
सई ने छोड़ा चव्हाण निवास
सई विनायक के साथ अपना बैग पकड़े हुए जाने लगती है। विराट और भवानी उसे विनायक के साथ अपने कमरे में लौटने को कहते है।
सई का कहना है कि वह अपने फैसले से पीछे नहीं हटेगी। पाखी भी सईं से नहीं जाने की विनती करती है क्योंकि उसे अपनी गलतियों का एहसास हुआ है और वह बदल गई है।
वह स्वीकार करती है कि उसने सई से उसके पति को और फिर उसके बेटे को छीनने की कोशिश की और उसके पैर छूकर उसे माफ करने की याचना की।
लेकिन साईं ने उसे अपना नाटक बंद करने के लिए कहा। साईं ने कहा कि उसके आबा ने उन्हें अकेले पला है और यहां तक कि वह अपने बेटे को भी अकेले पाल सकती हैं।
प्रीकैप : साईं की बस का एक्सीडेंट हो जाता है। उषा न्यूज देखकर अश्विनी को इसकी सूचना देती है।