नई दिल्ली : कांग्रेस को 24 साल बाद आज अपना पहला गैर-गांधी अध्यक्ष मिल गया है। इतने वर्षों के इंतिज़ार के बाद आज कांग्रेस ने अपने नए प्रमुख अनुभवी मल्लिकार्जुन खड़गे को पार्टी के नेतृत्व कि जिम्मेदारी दी है। आपको बता दे कि इस अध्यक्ष पद कि रेस में शशि थरूर भी शामिल थे ,इस चुनाव में 80 वर्षीय खड़गे ने सोमवार को डाले गए 84 प्रतिशत मतों से जीत हासिल की। मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को 6825 वोटों से हरा दिया।
अब खड़गे सोनिया गांधी से पदभार ग्रहण करेंगे हैं, क्योकि फ़िलहाल सोनिया गाँधी अस्थायी रूप से पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सहमत हुए थी जब राहुल गांधी ने 2019 में लगातार आम चुनाव हार की जिम्मेदारी लेते हुए पद छोड़ दिया था।
आजादी के बाद 75 साल में से 42 साल तक पार्टी की कमान गांधी परिवार के पास रही। वहीं, 33 साल पार्टी अध्यक्ष की बागडोर गांधी परिवार से अलग नेताओं के पास रही।
खड़गे को मिली शानदार जीत !
● मल्लिकार्जुन खड़गे – 7,897 वोट
● शशि थरूर – 1,072 वोट
मेरी भूमिका खरगे साहब तय करेंगे : राहुल गांधी !
आंध्र प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि – “कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे कि मेरी भूमिका क्या है और मुझे कैसे तैनात किया जाए… आपको खड़गे जी और सोनिया जी से पूछना होगा।”
Congratulations to Mallikarjun Kharge ji on being elected as the President of @INCIndia.
The Congress President represents a democratic vision of India.
His vast experience and ideological commitment will serve the party well as he takes on this historic responsibility.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 19, 2022
शशि थरूर ने किया यह ट्वीट !
शशि थरूर ने अपनी हार स्वीकार करते हुए ट्वीट किया कि कांग्रेस के अध्यक्ष का पद पाना बड़े सम्मान की बात है और यह एक बड़ी जिम्मेदारी है। मैं चाहता हूं कि खरगे जी इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करे। एक हजार से अधिक सहयोगियों का समर्थन प्राप्त करना, और पूरे भारत में कांग्रेस के इतने शुभचिंतकों की आशाओं और आकांक्षाओं को आगे बढ़ाना मेरे लिए सौभाग्य की बात थी।
खरगे के घर पर पहुंचीं सोनिया गांधी व प्रियंका !
मल्लिकार्जुन खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने के बाद सोनिया गांधी और प्रियंका गाँधी खरगे के निवास पर पहुंचीं। प्रियंका गाँधी बोली भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बनने पर मल्लिकार्जुन खरगे जी को हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि राजनीतिक जीवन का आपका जमीनी अनुभव भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती देगा। आपके नेतृत्व में संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए कांग्रेस संघर्ष जारी रखेगी।
प्रारंभिक जीवन
मल्लिकार्जुन खड़गे का जन्म वरावट्टी, भालकी तालुक, बीदर जिले, कर्नाटक में मपन्ना खड़गे और सबव्वा के घर हुआ था। उन्होंने गुलबर्गा के नूतन विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और गुलबर्गा के सरकारी कॉलेज से कला स्नातक की डिग्री प्राप्त की और गुलबर्गा के सेठ शंकरलाल लाहोटी लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने न्यायमूर्ति शिवराज पाटिल के कार्यालय में एक जूनियर के रूप में अपना कानूनी अभ्यास शुरू किया और अपने कानूनी करियर की शुरुआत में श्रमिक संघों के लिए मुकदमे लड़े।
उन्होंने लगातार 9 बार (1972, 1978, 1983, 1985, 1989, 1994, 1999, 2004, 2008, 2009) विधानसभा चुनावों में अभूतपूर्व जीत हासिल करते हुए रिकॉर्ड 10 बार लगातार चुनाव जीते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे 2014-2019 के दौरान लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता थे।