नई दिल्ली : अप्रैल से दिसंबर 2022 के दौरान प्रारंभिक आधार पर भारतीय रेलवे को यात्री किराए से कुल अनुमानित 48913 करोड़ रुपये की आय हुई है जो कि 71 प्रतिशत की बढ़ोतरी है, क्योंकि पिछले वर्ष इसी अवधि में उसने 28569 करोड़ रुपये अर्जित किए थे।
आरक्षित यात्री खंड में, 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान बुक किए गए यात्रियों की कुल अनुमानित संख्या पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान 56.05 करोड़ की तुलना में 59.61 करोड़ रही है, जो कि 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान आरक्षित यात्री खंड से उत्पन्न राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 26400 करोड़ रुपये की तुलना में 38483 करोड़ रुपये रहा है, जो कि 46 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है।

अनारक्षित यात्री खंड में, 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान बुक किए गए यात्रियों की कुल अनुमानित संख्या पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 16968 लाख की तुलना में 40197 लाख है, जो 137 प्रतिशत की वृद्धि है। 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 2022 की अवधि के दौरान अनारक्षित यात्री खंड से उत्पन्न राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 2169 करोड़ रुपये की तुलना में 10430 करोड़ रुपये है जो कि 381 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है।
63वें एनडीसी पाठ्यक्रम की हुई शुरुआत : 2 जनवरी, 2023 को 63वें राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय (एनडीसी) पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई। इस अवसर पर एनडीसी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसएस दहिया और इस पाठ्यक्रम के प्रतिभागियों ने शहीद सैनिकों के सम्मान में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया। यह पाठ्यक्रम शासन, प्रौद्योगिकी, इतिहास व अर्थशास्त्र के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति पर केंद्रित है। इसका प्रतिनिधित्व भारतीय सेना के 41 अधिकारी, भारतीय नौसेना के 7, भारतीय वायु सेना के 13, लोक सेवा के 19 और 30 मित्र देशों (एफएफसी) से 40 अधिकारी कर रहे हैं।
एनडीसी, 47 सप्ताह की अवधि वाले इस पाठ्यक्रम को रक्षा और सिविल सेवा (आईएएस, आईपीएस, आईआरएस, डीआरडीओ आदि) के वरिष्ठ अधिकारियों को एक साथ लाने के लिए आयोजित करता है। विभिन्न भौगोलिक और भू-राजनीतिक संदर्भों में विविध सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में एनडीसी के पाठ्यक्रम की प्रासंगिकता को देखते हुए पिछले पाठ्यक्रमों में एफएफसी से प्रतिनिधित्व में बढ़ोतरी देखी गई है।

राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय (एनडीसी) की स्थापना 1960 में हुई थी। यह रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख अंतर-सेवा शैक्षणिक संस्थान है। इसे देश में रणनीतिक शिक्षा के लिए सर्वोच्च संस्थान माना जाता है।