पटवारी और प्रशासन आए आमने-सामने : तहसील की तालाबंदी को लेकर पटवारियों पर हुई एफआईआर, संघ बोला झुकेंगे नहीं

Datia News : दतिया। पटवारियों के आंदोलन को उस समय बड़ा झटका लगा जब तहसील कार्यालय में तालाबंदी को लेकर शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला पटवारी संघ पदाधिकारियों पर बड़ाैनी थाने में दर्ज करा दिया गया। इस मामले में जहां 4 पटवारियों की नामजद रिपोर्ट कराई गई है वहीं करीब 100 अन्य पटवारियों को भी आरोपित बनाया गया है।

तहसील कार्यालय में पदस्थ कर्मचारी मुकेशचंद्र मुड़िया द्वारा जिला पटवारी संघ के प्रभात श्रीवास्तव, शत्रुघ्न उज्जैनिया, रविंद्र प्रजापति और सुनीता जाटव सहित अन्य पटवारियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और नायब तहसीलदार के साथ गाली गलौज करने की एफआईआर बड़ौनी थाने दर्ज कराई गई है।

पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत पटवारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस मामले को लेकर आंदोलन कर रहे पटवारियों का कहना है कि प्रशासन द्वारा झूठे आरोप लगाकर फंसाया जा रहा है ताकि उनके आंदोलन को दबाया जा सके। लेकिन पटवारी संघ दबाव में आने वाला नहीं है। सामूहिक रुप से इसका भी विरोध किया जाएगा।

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शुक्रवार को तहसील की कर दी थी तालाबंदी : जिला पटवारी संघ ने 25 अगस्त से अनिश्चितकाली कलमबंद हड़ताल पर जाने की घोषणा की थी। जिसे लेकर संबंधित तहसील क्षेत्र के पटवारी अपने बस्ते लेकर जमा करने पहुंचे थे। दतिया में भी पटवारियों ने अपने बस्ते जमा कर दिए थे। लेकिन उन्हें इसकी पाबती नहीं दी गई।

पटवारी पावती के लिए काफी देर तक इंतजार भी करते रहे। जब उन्हें पावती नहीं मिली तो अगले दिन शुक्रवार को फिर से पटवारी तहसील कार्यालय पहुंच गए। जहां आक्रोशित पटवारियों ने तहसील की तालाबंदी कर दी। इस दौरान पटवारी कार्यालय के बाहर ही बैठ गए।

तालाबंदी किए जाने तहसील कर्मचारी और वहां कामकाज के सिलसिले में आने वाले लोगों को कुछ देर परेशान भी होना पड़ा। इसी मामले को लेकर 4 नामजद और एक सैकड़ा से अधिक पटवारियों के विरुद्ध बड़ोनी थाने में शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने और नायब तहसीलदार कार्यालय में घुसकर गाली-गलौज करने की एफआईआर दर्ज हुई है।

इन मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे पटवारी : पिछले दिनों जिले के 7 पटवारियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की केवाईसी में लापरवाही बरतने को लेकर बिना कोई कारण बताए निलंबित कर दिया गया था। प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर जिले के पटवारियों में नाराजगी है।

निलंबन की इस कार्रवाई को लेकर जिला पटवारी संघ ने कलेक्टर को पहले एक ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी। इसके बाद गुरुवार को पटवारियों ने अपने बस्ते जमा कर कलम बंद हड़ताल शुरू कर दी। पटवारी निलंबित हुए 7 पटवारियों को बाहल करने एवं गिरदावरी एप बंद करने की मांग कर रहे हैं।

कलेक्टर से भी हुई पटवारियों की बहस : वहीं इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें हड़ताल पर जाने वाले पटवारियों से बातचीत करने कलेक्टर भी पहुंचे थे। जहां कलेक्टर की कुछ पटवारियों के साथ बहस हो गई। इस मामले में पटवारी संघ का कहना था कि उनके साथ अभद्रता की जा रही थी। इस कारण उन्हें विरोध करना पड़ा।

इस वाक्ये के अगले दिन पटवारी जब तहसील की तालाबंदी करने पहुंचे तो उनके विरुद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी गई। अब इस मामले में पटवारी और प्रशासन आमने-सामने आ गए हैं।

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