नई दिल्ली : देश के चालू खाता घाटे पर असर डालने वाले सोने का आयात अप्रैल-जून 2021 की तिमाही के दौरान कई गुना बढ़कर 7.9 अरब डालर (58,572.99 करोड़ रुपये) हो गया।
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में कोराना वायरस के प्रकोप और सख्त लाकडाउन के चलते सोने का आयात 68.8 करोड़ डालर (5,208.41 करोड़ रुपये) तक गिर गया था।
हालांकि अप्रैल-जून 2021 तिमाही में चांदी का आयात 93.7 फीसद घटकर 3.94 करोड़ डालर रहा।
मौजूदा वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान सोने के आयात में इतनी वृद्धि से देश का व्यापार घाटा यानी आयात और निर्यात के बीच अंतर बढ़कर लगभग 31 अरब डालर हो गया है।
भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है और देश में सोने का आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है।
भारत प्रति वर्ष 800 से 900 टन सोने का आयात करता है। चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों के दौरान रत्न और आभूषण का निर्यात बढ़कर 9.1 अरब डालर हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 2.7 अरब डालर था।