Datia News : दतिया। पीतांबरा पीठ पर शारदीय नवरात्र के दौरान बाहर से आने वाले साधकों को कोरोना जांच के डाक्टरी सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही ठहरने की स्वीकृति मिल सकेगी। इसके साथ ही साधकों को वैक्सीनेशन का भी प्रमाण देना अनिवार्य होगा। उल्लेखनीय है कि पीतांबरा पीठ पर आने वाले साधकों के लिए लगी रोक करीब 18 महिने बाद हटाई जा रही है।
पिछले वर्ष मार्च 2020 में कोरोना के कारण नवरात्र के दौरान बाहर से आने वाले साधकों के लिए पीठ पर ठहरने की व्यवस्था स्थगित रखी गई थी। लेकिन इस बार फिर से यह व्यवस्था कुछ शर्तों के साथ सुचारू की जा रही है।
पीठ के व्यवस्थापक महेश दुबे ने बताया कि कोरोना की गाइड लाइन का पालन करते हुए शारदीय नवरात्र में जाप साधने के लिए आने वाले पीठ से मंत्रदीक्षा लिए साधकों के लिए पीठ परिसर में बने आवासों में ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए साधकों को वैक्सीनेशन व कोरोना जांच का प्रमाण देना अनिवार्य किया गया है।
इसके बाद ही उन्हें यह सुविधा मिल सकेगी। निर्धारित शर्त पूरी करने वाले साधक पीठ पर मंत्र जप साधना भी कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि शारदीय नवरात्र के दौरान पीठ पर शतचंडी, नवचंडी पाठ के साथ कन्यापूजन आदि आयोजन हमेशा की तरह ही होंंगे।
जबकि सामूहिक हवन और भंडारे का आयोजन इस बार नहीं किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए भी दर्शन की व्यवस्था पूर्ववत रहेगी। पीठ पर भीड़भाड़ को देखते हुए दर्शन व्यवस्था के लिए भी इंतजाम किए जा रहे हैं।
नवरात्र पर रहती है श्रद्धालुओं की भीड़
शारदीय नवरात्र के दौरान पीतांबरा पीठ पर बाहरी श्रद्धालुओं और पीठ से मंत्र दीक्षा लिए साधकों की भीड़ बढ़ जाती है। यहां रहकर साधक मंत्र जाप भी करते हैं। इस दौरान उन्हें पीठ के आवासों पर ठहरने की सुविधा दी जाती है। इस सबको देखते हुए पीतांबरा पीठ प्रबंधन की ओर से कोरोना गाइड लाइन का पालन के साथ व्यवस्था की जा रही हैं।