पेट्राेल पंप संचालकों ने आंदोलन किया तेज, गुरुवार को नो पर्चेस कर कंपनी के खिलाफ जताया विरोध, पूरे संभाग में एकजुट हुए डीलर्स

Datia News : दतिया। अपने चरणबद्ध आंदोलन के तहत गुरुवार को दतिया जिले के सभी पेट्रोल पंपों पर नो पर्चेस का पालन हुआ। जिसके चलते पंप संचालकों ने कोई लोड नहीं लिया। इससे पूर्व पंप संचालकों ने तेल कंपनियों के रवैए के विरोध में ब्लेक आउट भी रखा था।

पंप व्यवसाई अमित अग्रवाल ने बताया कि ग्वालियर एवं चंबल संभाग के आठों जिलों के तहसील स्तर व कस्बों में स्थित पेट्रोल पंपों पर प्रथम नो पर्चेस का पालन किया गया। ग्वालियर चंबल संभाग के साथ-साथ छतरपुर और मंदसौर जिला एसोसिएशन ने भी इसका पालन किया।

दोनों संभागों में तीनों कम्पनियों के कुल मिलाकर तकरीबन 850 से अधिक पेट्रोल पंप है और महीने के अंतिम तीन दिनों में रोजाना 300 के तकरीबन टैंक लॉरियाँ भरी जाती हैं। गुरुवार को पहली नो पर्चेस को सभी डीलरों का भरपूर सहयोग मिला। 95 प्रतिशत से अधिक पंपों ने नो पर्चेस का पालन करते हुए गुरुवार को कोई लोड नहीं लिया।

विरोध प्रदर्शन कर रहे डीलर्स का कहना है कि यह आंदोलन तेल कंपनियों के अधिकारियों व कर्मचारियों की ईस्ट इंडिया कंपनी जैसी मानसिकता को लेकर है। कंपनी के अधिकारी दूरदराज के कम बिक्री वाले एवं नए डीलर्स का दमन करते हैं व उन्हें अपने दुष्चक्र में फंसाकर उनका शोषण करते हैं।

उसके खिलाफ़ डीलर्स में आक्रोश पनप रहा है। इस आंदोलन से तेल कंपनी को जमकर ठेस भी लगी। इसे लेकर दिन भर डिपो में बैठे कंपनी कर्मचारी डीलर्स को फोन कर कर धमकाते रहे कि अगर लोड नहीं लिया तो वह कोई काम नहीं करेंगे। साथ ही पम्प पर पहुंचकर इंस्पेक्शन में तमाम खामियां निकालकर दंड लगाने की बात कहते रहे।

गुरुवार को सुबह 11 बजे तक किसी भी डीलर का कोई भी इनडेंट किसी भी डिपो में नहीं लगा था, जिसके बाद कंपनी की ओर से आॅटो इंडेंटिंग कर जबरन डीलर्स को कुछ गाड़ियां भरकर भेजीं गई।

इसके बावजूद मात्र 5 प्रतिशत पंप पर ही गाड़ियां वह भेज सके। पंप संचालकों ने अगले गुरुवार को भी अपनी मांगों के समर्थन में नो पर्चेस करने का निर्णय लिया है।

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