भारत-ऑस्ट्रेलिया शिखर सम्मेलन : प्रधानमंत्री मोदी और PM मॉरिसन के बीच इन मुद्दों पर बनी सहमति

नई दिल्ली :  ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने भारत के अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ वर्चुअल शिखर वार्ता में सोमवार को कहा कि रूस के यूक्रेन में ‘भयानक’ आक्रमण करने के बाद युद्धग्रस्त देश में हुई जनहानि के लिए उसे (रूस को) जवाबदेह ठहराने की आवश्यकता है।

मॉरिसन ने यूक्रेन संकट पर क्वाड देशों के नेताओं की हाल में हुई बैठक का भी जिक्र किया और कहा कि इससे ‘‘हिंद प्रशांत क्षेत्र’’ के लिए घटनाक्रम के ‘‘असर और परिणामों’’ पर चर्चा करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यूरोप में भयानक स्थिति से व्यथित हैं, हालांकि हमारा ध्यान हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर अधिक है।’’

वहीं, मोदी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में विविध क्षेत्रों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों में काफी प्रगति देखी गयी है। उन्होंने यह भी कहा कि वृहद आर्थिक सहयोग समझौते के लिए वार्ता के नतीजे पर पहुंचना आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए अहम होगा। उन्होंने कहा कि हमारी भागीदारी मुक्त, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खनिज, जल प्रबंधन और अक्षय ऊर्जा के अहम क्षेत्रों में तीव्र गति से सहयोग बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खुश हूं कि हम दो देशों के बीच वार्षिक शिखर वार्ता का तंत्र स्थापित कर रहे हैं।’’

एएनआई के अनुसार, शिखर सम्मेलन में भारत के साथ ऑस्ट्रेलियाई सरकार के अब तक के सबसे बड़े व्यापार समझौते का गवाह बनने का अनुमान है, जिसमें विभिन्न उद्योगों में 1,500 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना है।

इस महीने के अंत तक दोनों देशों के बीच जल्द फसल का सौदा करने की भी संभावना है। एक प्रारंभिक फसल समझौते का उद्देश्य पूर्ण सौदे तक पहुंचने से पहले दो देशों या व्यापारिक ब्लॉकों के बीच व्यापार की जाने वाली कुछ वस्तुओं पर टैरिफ को कम करना है।

Written & Source BY : P.T.I

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