Datia news : दतिया। शुक्रवार शाम पीतांबरा पीठ मंदिर के उत्तर द्वार के आसपास अतिक्रमण कर सड़क घेरे बैठे दुकानदारों को हटाने के लिए करीब तीन घंटे तक प्रशासन की जेसीबी गरजती रही। इस दौरान अस्थाई ठेले व गुमटियां हटाई गई। साथ ही टीनशेड भी उखाड़ कर जमींदोज कर दिए गए। इस दौरान वहां सड़क किनारे टपरा डालकर फूल और धार्मिक सामग्री विक्रय करने वाली महिलाओं ने जेसीबी मशीन के सामने खड़े होकर अतिक्रमण हटाने का जमकर विरोध किया। जिसके बाद मौके पर मौजूद महिला पुलिस कर्मियों को बुलाना पड़ा। उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं को बलपूर्वक हटाना पड़ा। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठी भी उठानी पड़ी।
इस बीच कुछ दुकानदारों ने मौके पर जाम लगाने की कोशिश भी की। इस दौरान उनकी एसडीएम व तहसीलदार से बहसबाजी भी हुुई। उत्तेजित लोगों को हाथापाई की नौबत तक आता देख पुलिस को हल्के बल का प्रयोग भी करना पड़ा। जिसके बाद अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आगे बढ़ सकी।
राजगढ़ चौराहे से पीतांबरा पीठ मंदिर के उत्तर गेट तक प्रशासन और नगरपालिका अमले पुलिस बल की मौजूदगी में अस्थाई अतिक्रमण और दुकानों के टीनशेड हटावाए। यह सामान नगर पालिका के ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर रवाना किया गया।
बता दें कि कुछ दिन पहले ही कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े और एसपी सूरज वर्मा ने स्वयं नपा अधिकारियों के साथ पीतांबरा पीठ मंदिर क्षेत्र का पैदल भ्रमण किया था।
इस दौरान मंदिर के उत्तर गेट की तरफ सड़क तक फैली फूल विक्रेताओं, प्रसाद व धार्मिक सामग्री की दुकानों को हटाकर सड़क काे अतिक्रमण से मुक्त कराने की हिदायत दी गई थी।
दुकानदारों से हुई तीखी बहस : पीतांबरा पीठ मंदिर के उत्तर द्वार के आसपास लंबे समय से अतिक्रमण करे बैठे दुकानदारों को जैसे ही हटाने की कार्रवाई शुरु हुई, उसी दौरान महिला व पुरुष दुुकानदार सड़क पर विरोध प्रदर्शन करने लगे। गुस्साए दुकानदारों का कहना था कि उन्हें अपनी दुकानें लगाने के लिए जगह चाहिए।
वह अपने बच्चों को क्या खिलाएंगे। दुकानदारों चिल्लाते हुए कह रहे थे कि अगर धंधा न करें तो क्या चोरी चपाटी करने लगे। वहीं महिलाएं भी आक्रोश में प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करती रही। कुछ देर चले हंगामे के बाद पुलिस ने जब सख्ती दिखाते हुए लाठी उठाई तो लोग तितर बितर हो गए।