दतिया। मंगलवार शाम पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में दुष्कर्म के आरोपित युवक द्वारा पीड़ित महिला के घरवालों पर चाकू से किए गए हमले में घायल महिला, उसकी 8 वर्षीय बेटी और सास की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। सास गंगादेवी काे गंभीर हालत में झांसी रैफर किया गया था। जहां उसका उपचार किया जा रहा है। वहीं इस मामले में हमलावर युवक राज समूरिया उर्फ लेखराज अहिरवार निवासी लाला का ताल के भाई सुरंेद्र और मां वतीदेवी ने आरोप लगाए हैं कि लेखराज को संबंधित लोगों ने ही फोन कर बुलाया था और उन्होंने ने ही हमला किया, जिससे उसकी मौत हुई। इस मामले में कोतवाली पुलिस छानबीन कर रही है।
इधर पुरानी हाउसिंग बोर्ड कालौनी निवासी अखिलेश के मुताबिक जब वह बाजार गया हुआ था, तभी हमलावार लेखराज अपने एक अन्य साथी के साथ उसके घर में घुस आया और उसने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। घर में उस समय मौजूद अखिलेश की पत्नी खाना बना रही थी। तभी हमलावर ने वहां खेल रही 8 वर्षीय हुनर को उठा लिया, जिसके चिल्लाने की आवाज सुनकर अखिलेश की मां और पत्नी दौड़कर आए तो युवक ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। गुस्से में युवक ने मासूम बच्ची पर चाकू से वार कर दिया।
बच्ची को बचाने के दौरान हमलावर ने अखिलेश की मां के गले में चाकू मार दिया, जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गई। चीख पुकार मचने पर लेखराज ने अपने पेट में भी चाकू मार लिए। शोरशराबा सुनकर दौड़कर आए आसपास के लोगों ने किसी तरह दरवाजा तोड़ा और घायलों को बाहर निकाला। अस्पताल में घायल लेखराज को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि अखिलेश की मां को गंभीर हालत में झांसी उपचार के लिए रैफर किया गया। इस घटना के बाद कालौनी में दहशत का माहौल है। पुलिस ने वारदात के बारे में आसपास के लोगों से भी पूछतांछ की है।
दुष्कर्म का मामला दर्ज होने से नाराज था युवक
घटना के संबंध में कोतवाली टीआई रविंद्र गुर्जर ने बताया कि हमलावर लेखराज एक साड़ी की दुकान में काम करता था। जो अक्सर साड़ियों में फॉल पीको के लिए पीड़ित महिला के पास आया करता था। इस दौरान दोनों में नजदीकियां बढ़ गई। जिसके बाद वह महिला को बहलाफुसलाकर अपने साथ गत 19 दिसंबर को दिल्ली भी ले गया था। इस मामले में युवक पर महिला ने बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला कोतवाली में दर्ज कराया था। जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में थी। समझा जाता है कि इसी बात से लेखराज नाराज था। घटनास्थल से पुलिस ने सुराग भी जुटाएं हैं। जिनके आधार पर मामले की छानबीन की जा रही है।