दतिया । कोरोना कर्फ़्यू अति आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलने तथा आवश्यक सेवाओं को इस दौरान छूट दी गई है। बावजूद इसके कोरोना कर्फ़्यू के नाम पर शनिवार को भांडेर में पुलिस की ज्यादती देखने को मिली। शनिवार शाम एसडीओपी भांडेर मोहित कुमार यादव के नेतृत्व में पुलिस बल पटेल चौराहे पर तैनात था और आ-जा रहे लोगों से पूछतांछ कर अनावश्यक घर से बाहर न निकलने की हिदायत देते हुए मास्क की चेकिंग कर रहा था।
इसी दौरान लगभग शाम 7 बजे पंचायत सचिव आनंद दांगी निवासी विधायक कालोनी भांडेर अपनी पंचायत तिगराकलां में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर की तैयारी कराकर मोटरसाइकिल से घर लौट रहा था। जब वह पटेल चौराहे पर पहुंचा तो पुलिस वालों ने रोककर उससे पूछतांछ की तथा उसे जाने के लिए कहा।
वह कुछ दूर ही चल पाया था कि उसे पुलिस ने फिर रोक लिया और पूछतांछ से पहले ही एक सिविल ड्रेस में वहां मौजूद किसी पुलिसकर्मी द्वारा उस पर 20 से 25 लाठियों का प्रहार कर दिया गया। एकाएक घटित हुए इस हादसे में उसका दाहिना हाथ और दाहिना पैर लहुलुहान हो गए। जबकि वह मास्क भी लगाए थे।
घटना की सूचना मिलने पर सालोन ए पंचायत के रोजगार सहायक केपी दांगी ने सीईओ जनपद पंचायत भांडेर हेमंत सूत्रकार को इस घटना की जानकारी दी। इस मामले में संपर्क किया गया तो उन्होंने कहाकि वे इस संबंध में एसडीएम अरविंद सिंह माहौर से चर्चा करेंगे। हमारे कर्मचारी के साथ जो घटित हुआ वह गलत है।
इस मामले में पीड़ित आनंद दांगी का कहना था कि वह एडीओ के निर्देश पर पंचायत में बने नए आंगनवाड़ी केंद्र को पंचायत में लौटने वाले बाहर गए मजदूरों के लिए बनाए जा रहे क्वारंटाइन सेंटर का अवलोकन करने गया था। वहीं से लौट रहा था। मास्क भी मुंह पर लगा था। मेरे पास तो आईसी भी था लेकिन डंडे बरसाने वाले ने उसे दिखाने का मौका ही नहीं दिया।
घटना में ऊपर की शर्ट की जेब में रखा आईसी भी खुद को बचाने के प्रयास के दौरान वहीं गिर पड़ा। समाचार लिखे जाने तक पीड़ित भांडेर थाने में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने बैठा था। घटना की खबर मिलने पर विधायक प्रतिनिधि संतराम सिरोनिया एवं एसडीओपी यादव भी थाने पहुंचे। जहां बंद कमरे में पुलिस अधिकारियों में इस मामले को लेकर चर्चा चल रही थी।