Datia news : दतिया। अपनी बहन के साथ पहली बार दिल्ली से दतिया के पंडोखर धाम आए युवक की पहुज नदी में स्नान के दौरान डूब जाने से मौत हो गई। इस घटना को लेकर मृतक की बहन ने मंदिर के आसपास सुरक्षा प्रबंधों को दोष ठहराया है। वहीं प्रबंधन का कहना है कि बारिश के दौरान नदी का बहाव तेज होता है, ऐसे में धाम पर आने वाले श्रद्धालुओं को वहां न जाने का आग्रह किया जाता है।
फिलहाल इस घटना को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।पंडोखर सरकार के अमावस्या दरबार में शामिल होने दिल्ली से आए युवक सुनील कुमार माथुर पुत्र महेंद्र निवासी नईदिल्ली की पहुज नदी में स्नान के दौरान डूब गया।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए थाना प्रभारी पंडोखर अजय अंबे ने बताया कि मृतक अपनी बड़ी बहिन वीणा के साथ पंडोखर दरबार में शामिल दिल्ली से आया था। सुबह दर्शन पूर्व स्नान करने युवक मंदिर के पास ही बहने वाली पहुज नदी में स्नान करने चला गया। जब काफी देर बाद तक वह नहीं लौटा तो उसके साथ आए स्वजन को अनहोनी की आशंका हुई।
दो सौ मीटर दूर पड़ा मिला युवक : युवक नदी से वापिस न लाैटने के बारे में जानकारी दिए जाने के बाद नदी क्षेत्र में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान घटनास्थल से करीब डेढ़-दो सौ मीटर दूर युवक अचेत अवस्था में पड़ा मिला। जिसे पुलिस वाहन से तत्काल भांडेर अस्पताल लेकर पहुंची। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद युवक के शव को पीएम हाउस में उसके पिता के आने तक के लिए रखवा दिया गया। पीएम उसके पिता के आने के बाद ही हो सकेगा। पुलिस को आशंका है कि शायद युवक मिर्गी रोग से पीड़ित था और जब वह नदी में नहाने गया तो तभी उसे मिर्गी का दौरा पड़ा। चूंकि उस वक्त नदी पर कोई अन्य मौजूद न होने से वह आकस्मिक मौत का शिकार हो गया।
बहन बोली मेरा भाई स्वस्थ था : इधर युवक को मिर्गी का दौरा पड़ने जैसी किसी बात को उसकी बहिन वीणा ने सिरे से नकार दिया। उसका कहना था कि वह यहां तीसरी बार आई थी। जबकि उसका भाई पहली बार आया था और उसे कोई बीमारी नहीं थी। हालांकि वीणा कहना था कि नदी पर सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए जाने थे। यदि ऐसा किया गया होता तो शायद उसका भाई आज जीवित होता।
वहीं इस मामले में जब पंडोखर मंदिर के ट्रस्टी मुकेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यहां दरबार में हर बार लोगों से बारिश काल के दौरान नदी पर न जाने की अपील की जाती है।