दतिया। इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम ररुआजीवन में महिला सीतेश गुर्जर पत्नी स्व.कल्याण सिंह ने अपने घर में बुधवार शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो मृतिका के स्वजनों ने शव पीएम के लिए देने से इंकार कर दिया। स्वजनों का कहना था गांव के जिन लोगों की मानसिक प्रताड़ना के कारण महिला ने यह आत्मघाती कदम उठाया, पहले उन पर पुलिस एफआईआर दर्ज करें।
स्वजनों का आरोप था कि दो माह पूर्व 25 नबंबर को मृतका के पति कल्याण सिंह ने भी गांव के जयराम गुर्जर, शिवराम, वैदेही शरण, दुष्यंत गुर्जर, ओमजी एवं इंदल सिंह गुर्जर से झगड़ा होने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी थी। उक्त आरोपितों के कारण ही महिला परेशाना थी। यह लोग आए दिन उससे झगड़ा करते थे। जिनसे मानसिक प्रताड़ना के बाद महिला ने आत्महत्या की है। इसलिए उन पर कार्रवाई की जाए। तनाव बढ़ता देख टीआई वाइएस तोमर ने रात को मौके पर पुलिस बल तैनात कर दिया।
सुबह जब पुलिस महिला सीतेश का शव लेने पहुंची तो स्वजन फिर आक्रोश में आ गए और आरोपितों पर एफआईआर की मांग पर अड़ गए। वहां चक्काजाम जैसी िस्थति बनती देख टीआई ने अनुभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर फोर्स की मांग की। जिसके बाद आसपास के थाना क्षेत्रों से पुलिस बल ररुआराय भेजा गया। इसके बाद भी गुस्साए लोग नहीं माने। िस्थति संभालने के मौके पर पहुंचे सेवढ़ा एसडीओपी उपेंद्र दीक्षित ने मृतका के स्वजन को समझाते हुए आरोपितों पर धारा 306 के तहत मामला पंजीबद्ध कराया। तब जाकर करीब 18 घंटे बाद स्वजन मृतका के पीएम के लिए राजी हुए। पीएम के बाद शव पुलिस ने स्वजनों को सौंप दिया। बतादें कि महिला सीतेश ने बुधवार शाम 6 बजे अपने घर में कुंदे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली थी। महिला के पुत्र अभिषेक गुर्जर ने अपने चाचा हरनाम सिंह एवं मामा जितेंद्र सिंह के साथ थाने पहुंचकर घटना के संबंध में मामला पंजीबद्ध कराया।
आरोपित करते थे परेशान
थाने में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में उल्लेख है कि उक्त आरोपित मृतका सीतेश से आए दिन झगड़ा कर ताने मारते थे कि उसके पति की तरह ही बच्चे और उसे मार देगें। घटना वाले दिन भी सीतेश बेड़े में भैंसों को चारा डालकर घर वापिस लौट रही थी, तब भी उक्त लोगों ने उसे धमकाया। जिससे परेशान महिला ने आत्महत्या कर ली। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं इंदरगढ़ पुलिस ने गत 8 फरवरी को हुई चक्काजाम की घटना से सबक लेते हुए पहले ही िस्थति भांपकर फोर्स बुलवा लिया था, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।