Datia News : दतिया । जिले में बुजुर्ग, 45 वर्ष और फिर 18 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को टीका लगाने के बाद अब जिला स्वास्थ्य विभाग ने जिले की 7 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को कोरोना टीका लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए मेडिकल कॉलेज की एक विशेष टीम जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के दौरान उपस्थित रहेगी और वहीं पर इन गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा।
इस दौरान उनकी पूर्ण देखरेख की जाएगी। शुक्रवार से नए टीकाकरण सत्र की शुरूआत की जा रही है। जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। जिले में अब तक दो लाख 47 हजार से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इसमें अभी तक गर्भवती महिलाओं को शामिल नहीं किया गया था।
प्रदेश शासन के निर्देश के बाद शुक्रवार से गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से गर्भवतियों के टीकाकरण के दौरान डॉक्टर और नर्सों की नियुक्ति इस अभियान के लिए की गई है। अभी यह टीकाकरण अभियान जिला मुख्यालय पर ही आयोजित किए जाएंगे, बाद में इनका विस्तार किया जाएगा।
इस अभियान के तहत जिले की लगभग 7 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाना तय किया गया है, हालांकि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग भोपाल द्वारा अभी कोई लक्ष्य नहीं नहीं दिए गए हैं।
जिले में 35 फीसद से ज्यादा हुआ टीकाकरण
जिले में टीकाकरण की स्थिति अन्य जिलों की तुलना में बेहतर है। जिले की कुल टीकाकरण योग्य आबादी 5.65 लाख में लोगों को टीका लगाया जाना है। इनमें से अभी तक 2.50 लाख लोगों को अब तक प्रथम तथा द्वितीय डोज मिलाकर सभी आयु वर्गों को टीकाकरण कर दिया गया है।
इसमें प्रथम डोज 2 लाख से अधिक लोगों को लगाए जा चुके हैं। शेष अन्य सेकंड डोज जो पूरे हो गए हैं। इसके अलावा फ्रंट लाइन वर्कर और पैरामेडिकल स्टाफ सहित अन्य लोगों के टीकाकरण के अभियान में जिले में 35 फीसद से अधिक सफलता दर्ज की है।
गर्भवती के साथ धात्री महिलाओं को भी लगेंगे टीके
जिले में प्राथमिक स्तर पर धात्री महिलाओं का टीकाकरण विगत 1 सप्ताह पूर्व शुरू कर दिया गया था। इसके तहत अभी तक 500 से अधिक नवजातों को दूध पिलाने वाली धात्री महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है। इसके अलावा शुक्रवार से शुरू होने वाले गर्भवती महिलाओं के कोरोना से सुरक्षा को लेकर टीकाकरण की स्थानीय स्तर एक पूरी कार्ययोजना बनाई गई है।
इसके तहत जिला टीकाकरण अधिकारी डी.के. सोनी ने सभी वीएमओ से संपर्क कर अनुमानित लक्ष्य निर्धारित करने को कहा है, ताकि अधिकांश गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जा सके। गर्भवती महिलाएं कोरोना टीकाकरण के लिए खुद पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकती है या फिर टीकाकरण केंद्र पर उनका रजिस्ट्रेशन आधार कार्ड के जरिए किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग ने वीसी में दिए थे निर्देश
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की एक वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्वास्थ्य अधिकारियों सहित मीडिया को भी शामिल किया गया था। जिनमें यह टीकाकरण अभियान किस प्रकार से ड्राइव किया जाएगा, उसकी कार्य योजना बताई गई। वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान गर्भवती महिलाओं को नहीं है।
मीडिया से संबंधित किए गए प्रश्नों के भी जवाब दिए गए हैं। यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि महिलाओं को इसी अवधि में दूसरा अन्य कोई टीकाकरण भी करवाना हो, तो वे करवा सकती है। इसका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होगा। इसके अलावा भी अन्य कई गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण संबंधित सवालों के जवाब भी प्रदेश स्तर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने दिए।
तीसरी लहर को लेकर की जा रही तैयारियां
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर एहतियात के रूप में विभिन्न तैयारियां की जा रही है। तीसरी लहर में आशंका व्यक्त की जा रही है कि अधिकांश रूप से गर्भवती महिलाएं, नवजात शिशु एवं अन्य बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसके मद्देनजर डॉक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ को गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशु एवं अन्य बच्चों के प्रभावित होने की स्थिति में उनकी देखरेख और उपचार के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इसी सिलसिले में गत दिवस एक विशेष कार्यशाला ऑनलाइन आयोजित की गई। इस कार्यशाला में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के लगभग दो सौ चिकित्सकों और नर्सेस आदि ने ऑनलाइन भाग लिया। इसमें सभी ने प्रश्न और सावधानियों को लेकर भी विस्तार से चर्चा की।
इस संबंध में जिला टीकाकरण अधिकारी दतिया डाॅ. डी.के. सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि मेडिकल काॅलेज के सहयोग से जिला अस्पताल में टीकाकरण अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस दौरान टीकाकरण स्टाफ के अलावा अलग से एक डाॅक्टर एवं एक दो पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के दौरान की गई है, जो उनके स्वास्थ्य की देखभाल भी करेंगे। इसके लिए कोई लक्ष्य नहीं दिया गया है, किंतु स्थानीय स्तर पर हमने लक्ष्य का निर्धारण किया है।