कोलकाता । राजभवन के सामने मंगलवार दोपहर को ‘सिटीजन अगेंस्ट डर्टी पालिटिक्स एंड कारपोरेश’ नामक संगठन ने भेड़ों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन राज्यपाल जगदीप धनखड़ द्वारा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विधायक-मंत्रियों की गिरफ्तारी के लिए अनुमोदन दिए जाने के खिलाफ किया गया। संगठन के एक कार्यकर्ता ने बताया कि राज्य में कोरोना महामारी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।
अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे। आक्सीजन की भारी किल्लत है। ऐसे में राज्यपाल दूसरे मुद्दों को उठा रहे हैं। इसीके खिलाफ हमने यह प्रदर्शन किया है। बंगाल में गंदी राजनीति चल रही है। भेड़ों को राजभवन के सामने से हटाने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राजभवन के सामने विरोध-प्रदर्शन किया था।

उधर घटना पर भाजपा नेता अनुपम हाजरा ने कहा कि राज्य के प्रथम नागरिक के प्रति इस तरह के बर्ताव से राज्य की छवि खराब होगी। दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहाकि इस विरोध-प्रदर्शन के पीछे कौन था, पार्टी को इस बारे में जानकारी नहीं है। फिर भी पार्टी सभी से कोरोना से संबंधित स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील करती है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में नारद सिटिंग आपरेशन मामले में जब से विधायक और मंित्रयों की गिरफ्तारी हुई है, तभी से राज्य का माहौल गरमाया हुआ है। एक तरफ टीएमसी इस मामले में केंद्र सरकार पर राजनैतिक द्वेष का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा की ओर से धरना प्रदर्शन को लेकर बंगाल की ममता बनर्जी सरकार की निंदा की गई है।