नई दिल्ली : मिशन मोड के तहत, इस वित्त वर्ष 2022-23 के पहले आठ महीनों के लिए भारतीय रेलवे का माल लदान पिछले साल की इसी अवधि के माल लदान और आय, दोनों को पार कर गया। अप्रैल-नवंबर, 2022 में संचयी आधार पर, पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान हुए 903.16 एमटी के माल लदान के मुकाबले 978.72 एमटी का माल लदान हुआ, जो 8 प्रतिशत अधिक है। रेलवे ने पिछले वर्ष के 91127 करोड़ रुपये की तुलना में 105905 करोड़ रुपये अर्जित किये हैं, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 16 प्रतिशत अधिक है।
नवंबर, 2021 के 116.96 एमटी के माल लदान की तुलना में नवंबर, 2022 के दौरान, 123.9 एमटी का प्रारंभिक माल लदान किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5 अधिक है। अक्टूबर, 2021 के 12206 करोड़ रुपये के माल ढुलाई राजस्व की तुलना में 13560 करोड़ रुपये रुपये के माल राजस्व की उपलब्धि हासिल की गई है, जिसमें पिछले साल की तुलना में 11 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
“हंग्री फॉर कार्गो” मंत्र का पालन करते हुए भारतीय रेलवे ने कारोबार में आसानी के साथ-साथ प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सेवा प्रदायगी में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए हैं, जिनके परिणामस्वरूप रेलवे को पारंपरिक और गैर-पारंपरिक वस्तुएं, दोनों क्षेत्रों से माल ढुलाई के नए कार्यादेश मिल रहे हैं। चुस्त नीति द्वारा समर्थित ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण और व्यापार विकास इकाइयों का काम रेलवे को इस ऐतिहासिक उपलब्धि की ओर ले जाने में मदद कर रहा है।