दतिया। गुरूवार शाम एक बार फिर मौसम का मिजाज बदला और तेज हवा के साथ बारिश हुई। इस दौरान गोराघाट क्षेत्र के ग्राम बडौनकलां सहित अन्य आसपास के गांवों में करीब 10 मिनिट तक बेर के आकार के ओले गिरे। अचानक हुई ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी और कटी पड़ी फसल को नुकसान होने की संभावना है। आसमानी आफत ने किसानों को मुसीबत में डाल दिया है।
जानकारी के अनुसार गुरूवार शाम तेज हवा के साथ अासमान में काले बादल घिर आए। जिसके थोड़ी देर बाद ही तेज बारिश के साथ ओले गिरने लगे। अचानक हुई ओलावृष्टि ने किसानों को चिंता में डाल दिया। इस दौरान ग्राम बडौनकलां, चिरौल सहित आसपास के गांवों में ओले गिरने की खबर है। जहां बेर के आकार के ओले करीब 10 मिनिट तक आसमान से बरसे। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण इन दिनाें खेत में पकी खड़ी गेहूं, चना, मटर की फसल को नुकसान होने की संभावना जताई गई है। वहीं कुछ गांवों में फसलों की कटाई भी शुरू हो गई है। जिस पर बारिश का प्रतिकूल असर पड़ेगा। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आया है। जिसका एक दो दिन असर रहेगा।
बसई में भी गिरे ओले-
बसई क्षेत्र के कई गांवो में भी ओलावृष्टि हुई। करीब आठ मिनिट तक ओले गिरने से किसानों की फसलें प्रभावित हुई है। रात करीब 8.30 बजे से बसई में ओलावृष्टि प्रारंभ हुई। जो करीब 10 मिनट तक चलती रही। तेज हवा और पानी के साथ ओले गिरने से फसलों को नुकसान होने की बात किसानों ने कही है।
शहर में भी चली तेज हवा, छाए रहे बादल
गुरूवार शाम को दतिया शहर में भी मौसम का बदलाव नजर आया। जहां सुबह कुछ देर के लिए बादल छाए रहे, जिसके बाद धूप निकली। शाम ढलते ही तेज हवा के साथ आसमान में बादल गरजने लगे। रात तक काले बादल आसमान में डेरा जमाए दिखे। मामूली बूंदाबांदी भी हुई। मौसम का बदलाव अन्नदाता के लिए नुकसानदायक रहेगा। खेतों में खड़ी फसल को बेमौसम बारिश और ओलों से नुकसान होगा।