जयपुर : राजस्थान कांग्रेस में कलह के बीच पार्टी के कुछ नेताओं ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा तक यह संदेश पहुंचाया है कि उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सचिन पायलट का वहां उपयोग किया जाना चाहिए। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री पायलट को नाराज नहीं किया जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश के करीब 20 जिलों में गुर्जर समाज का प्रभाव है, जहां वह प्रभावी साबित हो सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के सहयोगी के रूप में काम कर रहे राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर सहित कई नेताओं ने पायलट को राजस्थान के साथ ही उत्तर प्रदेश के लिए उपयोगी बताया है। उन्होंने इस बाबत आलाकमान को संदेश भी भिजवाया है। उधर, आलाकमान ने राजस्थान के वरिष्ठ नेताओं से गहलोत व पायलट के बीच चल रही खींचतान को खत्म करने को लेकर सुझाव मांगे हैं ।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव, विधानसभा अध्यक्ष डा. सीपी जोशी, पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.गिरिजा व्यास और राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान ने गहलोत को राज्य का सर्वमान्य नेता बताते हुए कहा कि सरकार में फैसले लेने के लिए उन्हें स्वतंत्रता दी जानी चाहिए, लेकिन पायलट को भी नाराज नहीं करना चाहिए । राज्य के नेताओं ने आलाकमान से कहा कि भविष्य को देखते हुए पायलट को खोना नहीं चाहिए, वे पार्टी की संपत्ति हैं।
निर्दलीय खंडेला ने कहा-गांधी परिवार से दिल से जुड़े हैं गहलोत पूर्व केंद्रीय मंत्री व निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि राज्य में गहलोत ही कांग्रेस हैं। वह गांधी परिवार से दिल से जुड़े हैं। खंडेला ने कहा कि टिकट नहीं मिला तो मैं निर्दलीय चुनाव जीता और गहलोत के कारण ही सरकार को समर्थन दे रहा हूं।