नई दिल्ली : भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 2023) की तीसरी तिमाही के अपने वित्तीय परिणाम घोषित कर दिए हैं।
वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही (स्टैंडअलोन) में प्रदर्शन एक नजर में: कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के दौरान कच्चे इस्पात का अब तक का सर्वाधिक तिमाही उत्पादन हासिल किया है। कंपनी हाल के महीनों में कच्चे इस्पात के उत्पादन में निरंतर वृद्धि करती रही है। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में कुल बिक्री कारोबार भी पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कहीं अधिक रहा है।
पूरी दुनिया में चुनौतीपूर्ण वैश्विक स्थिति और आर्थिक परिदृश्य का स्टील की कीमतों पर प्रभाव पड़ा है, जिस वजह से स्टील निर्माता कंपनियों के मार्जिन पर प्रतिकूल असर पड़ा है। हालांकि, अवसंरचना क्षेत्र में पूंजीगत व्यय बढ़ाने पर सरकार का फोकस रहने को देखते हुए आने वाले महीनों एवं वर्षों के दौरान देश में इस्पात की खपत काफी बढ़ जाने की उम्मीद है।
यूनिट | वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही | वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही | |
कच्चे इस्पात का उत्पादन | मिलियन टन | 4.708 | 4.531 |
बिक्री कारोबार | मिलियन टन | 4.151 | 3.840 |
परिचालन से अर्जित राजस्व | करोड़ रुपये में | 25041.88 | 25245.92 |
ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले आय (ईबीआईटीडीए) | करोड़ रुपये में | 2197.53 | 3659.41 |
कर पूर्व मुनाफा (पीबीटी) | करोड़ रुपये में | 634.69 | 1930.98 |
कर उपरांत मुनाफा (पीएटी) | करोड़ रुपये में | 463.54 | 1443.10 |